Munger News: आधा-अधूरा काम करके सरकार से लिया पैसा, डांड की भराई के कारण 100 बीघा में लगी धान का पौधा डूबा
मुंगेर जिले के तारापुर प्रखंड के हरपुर गांव में डांड की सफाई में ठेकेदार की लापरवाही से खेतों में जलजमाव हो गया है। लगभग 100 एकड़ जमीन में पानी भरने से धान की फसल गल रही है जिससे किसान परेशान हैं। किसानों ने मुआवजे की मांग की है और चेतावनी दी है कि मुआवजा नहीं मिलने पर आंदोलन करेंगे।

मनोज कुमार मिश्र, तारापुर (मुंगेर)। तारापुर प्रखंड स्थित हरपुर गांव के किसान पहले मौसम से परेशान रहे, उसके बाद रही कसर डांड की सफाई काम करने वाले संवेदकों ने निकाल दी। अधूरा काम कर संवेदक ने राशि की निकासी भी कर ली और किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया।
संवेदक की लापरवाही के कारण 100 एकड़ सिंचाई वाले खेत में पानी जमा हुआ है। जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने से लगभग खेतों में लगी धान की फसल बड़ा होने से पहले ही गलने लगी। इससे हरपुर के किसान हताश और परेशान हैं। व्यवस्था को लेकर किसानों में आक्रोश है। किसानों ने मुआवजा की मांग की है। उचित मुआवजा नहीं मिलने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है।
दरअसल, जलजमाव से शाहपुर मौजा में हरपुर गांव के लगभग 50 किसानों की जमीनें जलमग्न हो गई है। किसानों का कहना है की विभिन्न सरकारी एजेंसियों के माध्यम से डांड खुदाई कराया गया।
मुंगेर का रहने वाला संवदेक ने मनमाने तरीके से आधे अधूरे काम कर राशि की निकासी भी कर ली। पूर्व के वर्ष में बेलहरनी नदी का बांध टूटने से खेत में बालू भर गया था और किसान उसमें खेती करने लगे। डांड को खेत बनाने तथा डांड की खोदाइ नहीं होने से जलनिकासी नहीं होती है।
सुने किसानों का दर्द
किसान देवव्रत कुमार ने बताया कि बेलहरणी नदी की खोदाई करते हुए संवेदक धौरी गांव तक पहुंचा। कल्याणपुर तक खोदाइ करनी था। मुंगेर का रहने वाला संवदेक बिना काम किए राशि निकाल ली।
किसान सुशील यादव ने कहा कि नदी भरकर किसान खेत बना लिया,कोई देखने सुनने वाला नहीं है। फसल जलनिकासी नहीं होने से डूबी हुई है। किसानों की परेशानी बढ़ गया है। कोई हल नहीं निकल रहा है।
किसान प्रदीप कुमार ने कहा कि बेलहरणी की खोदाइ कर धौरी मौजा में काम बीच में छोड़ दिया। निकासी बंद रहने से खेतों में जलजमाव है। फसल क्षति का मुआवजा प्रशासन की ओर से जल्द मिले।
किसान शत्रुघन यादव ने कहा कि बेलहरणी और झगड़हवा का पानी यहां आता है। शाहपुर वाला डांड भर दिया गया है। खेतों में पानी भरा हुआ है। 50 किसान इससे सीधा प्रभावित हैं।
रामप्रवेश यादव ने बताया कि बेलहरनी नदी से मुख्य नदी में जाने वाले पानी को बीच से ब्रांच डांड खोदकर आधे दूर में छोड़ दिया गया। तीन जगह से पानी आता है। डांड भर गया। संवेदक ने राशि डकार ली।
मुआवजा को करेंगे अनुशंसा : एसडीओ
तारापुर अनुमंडल पदाधिकारी राकेश रंजन कुमार ने कहा 100 एकड़ जमीन में क्षति बराबर हो रही है। यह बाढ़ग्रस्त क्षेत्र भी नहीं है। अनुमंडल कृषि पदाधिकारी को अद्यतन स्थिति का आकलन करने को कहा गया है।
रिपोर्ट आने के बाद सरकार का तय मापदंड के अनुसार किसानों को मुआवजा देने के लिए वरीय अधिकारी से अनुशंसा की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग से बातचीत करके उसके स्थाई समाधान का प्रयास किया जाएगा।
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