Rahul Gandhi Yatra: राहुल गांधी की यात्रा में पप्पू यादव का बैनर, कांग्रेस विधायक को नहीं मिली जगह
मुंगेर में कांग्रेस की उर्वर भूमि अब बंजर हो चुकी है। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा में कांग्रेस का संगठन मजबूती के साथ नहीं दिखा। यात्रा के दौरान राहुल गांधी का उत्साह कम दिखा जबकि तेजस्वी यादव पूरे समय उत्साहित रहे। कार्यकर्ताओं की भीड़ में राजद के झंडे अधिक दिखे जो यह दर्शाता है कि मुंगेर में कांग्रेस का वजूद खत्म हो चुका है।

रजनीश, मुंगेर। मुंगेर कभी राजनीतिक दृष्टिकोण से कांग्रेस के लिए सबसे उर्वर धरती हुआ करती थी। यहां के हवेली खड़गपुर विधानसभा क्षेत्र से बिहार केशरी डॉ. श्रीकृष्ण सिंह चुनाव जीतते रहे, राज्य के पहले मुख्यमंत्री भी बने। दूसरी ओर बनारसी प्रसाद सिंह कांग्रेस से सांसद चुने गए। कांग्रेस की यह उर्वर भूमि अब अपनी उर्वरा खोती दिख रही।
कहने को भले जमालपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के एक विधायक हों तथा पार्टी के एक विधान पार्षद भी इसी जिले से आते हों, मगर हकीकत यही है कि मुंगेर में कांग्रेस के कोर वोटर अधिकार यात्रा में मजबूती के साथ नहीं दिखे। वोटर अधिकार यात्रा पर मुंगेर पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी यहां पहुंचकर शायद इसका अहसास हो ही गया। मुंगेर में उनका उत्साह फीका नजर आया।
यात्रा के क्रम में वह कभी वाहन पर खड़े रहे, तो कभी सीट पर ही बैठे रहे। उनके चेहरे के हाव-भाव से नाखुशी स्पष्ट झलक रही थी। वहीं, दूसरी ओर उनके साथ ही चल रहे राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव का उत्साह चरम पर दिखा।
तेजस्वी यादव पूरे समय वाहन पर खड़े होकर कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार करते तथा उनका उत्साहवर्धन करते देखे गए। वजह साफ थी, कांग्रेस से ज्यादा राजद के कार्यकर्ताओं और झंडों का नजर आना।
जिला कांग्रेस में खींचतान का भी असर:
जिला कांग्रेस में अंदरखाने कुछ इस कदर खींचतान चल रही है कि सभी अपने आप को भावी प्रत्याशी के तौर पर देख रहे हैं। जमालपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक जो कुछ दिन पहले तक कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष भी थे, कांग्रेस के इस कार्यक्रम में उनकी तस्वीर तक को बैनर, होर्डिंग तक से गायब कर दिया गया। इन्हीं के विधानसभा क्षेत्र के सिंघिया गांव में विधायक का बैनर तक लगने नहीं दिया गया।
लोगों का मानना है कि जमालपुर से कांग्रेस को फिर से जमीन लौटाने वाले विधायक को पछाड़ इस बार कई कांग्रेसी टिकट पाने के लिए दौड़ लगा रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर राजद की ओर से भी इस बार लोग मेहनत कर रहे हैं। उनकी ओर से कोशिश है कि तालमेल में यह सीट राजद के खाते में आ जाए।
राजद कार्यकर्ता नहीं चाहते की उनके वोटरों की बदौलत किसी अन्य पार्टी का प्रत्याशी चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। जिस जगह पर राहुल गांधी का रात्रि विश्राम था, वहां कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि के बैनर में विधायक के छोड़कर पूर्णिया सांसद राजीव रंजन उर्फ पप्पू यादव की बड़ी तस्वीर दिखी भी चर्चा का विषय रही।
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