जानलेवा ट्रैफिक जाम: मुजफ्फरपुर में एंबुलेंस को नहीं मिली निकलने की जगह, बच्ची की मौत
मुजफ्फरपुर के अखाड़ाघाट पुल पर भीषण ट्रैफिक जाम में फंसी एंबुलेंस में 14 माह की बच्ची की मौत हो गई। बच्ची को सांस लेने में तकलीफ थी और उसे एसकेएमसीएच ले जाया जा रहा था, लेकिन जाम के कारण देरी हो गई। परिजनों का कहना है कि समय पर अस्पताल पहुंचने पर बच्ची को बचाया जा सकता था। मूर्ति विसर्जन के कारण पुलिस की तैनाती न होने से जाम लगा था।

अखाड़ाघाट पुल पर जाम में फंसी एंबुलेंस। जागरण
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar News: अखाड़ाघाट पुल पर बुधवार की रात करीब 10 बजे लगी भीषण ट्रैफिक जाम में केजरीवाल अस्पताल की एक एंबुलेंस फंस गई। भीषण जाम के कारण वाहनों को पीछे मुड़ने की भी जगह नहीं थी। उसी ट्रैफिक जाम में फंसी एंबुलेंस में 14 माह की एक बच्ची जिंदगी व मौत से जूझती रही।
स्वजन बच्ची की हालत को देख एंबुलेंस में विलाप करने लगे। यह देख मशक्कत कर चालक अखाड़ाघाट पुल से एंबुलेंस को पीछे कर सरैयागंज टावर के रास्ते ब्रह्मपुरा होकर बैरिया के रास्ते एसकेएमसीएच पहुंचा। तब तक डेढ़ घंटे से अधिक समय बीत गए।
एंबुलेंस से उतारते हुए एसकेएमसीएच के पीआईसीयू वार्ड के ट्राइएज में बच्ची को ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्वजन में कोहराम मच गया। पीआईसीयू वार्ड के बाहर स्वजन बच्ची को गोद में लेकर चीत्कार मार रहे थे। मृत बच्ची शिवहर जिला के महम्मदपुर कटसरी के मनोज साह की बेटी अर्निका थी।
उसके मामा विजय ने बताया कि बुधवार की सुबह में अचानक उसे तेज बुखार होने के बाद सांस लेने में परेशानी शुरू हो गई। इसके बाद बच्ची को लेकर केजरीवाल अस्पताल आए। यहां चिकित्सक इलाज कर रहे थे। शाम आठ बजे बच्ची को वेंटिलेटर स्पोर्ट की जानकारी देते हुए एसकेएमसीएच रेफर किया।
एसकेएमसीएच आने के दौरान अखाड़ाघाट पुल पर ट्रैफिक जाम में फंस गए। इसमें करीब दो घंटे का समय लग गए। नतीजतन एसकेएमसीएच आते-आते बच्ची की मौत हो गई। पीआईसीयू के चिकित्सक सिनियर रेजिडेंट डा. कमल कुमार ने बताया कि समय रहते बच्ची यहां आई होती तो उसे बचाने का प्रयास किया जाता।
इधर, सिकंदरपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि ट्रैफिक जाम के कारण बच्ची की मौत होने की उन्हें जानकारी नहीं है। विसर्जन को लेकर नहीं थी पुलिस की तैनाती : अखाड़ाघाट पुल पर से मूर्ति विसर्जन को लेकर पुलिस की तैनाती नहीं थी। इसके कारण जीरोमाइल की ओर से आ रही कई ट्रक फंसी हुई थी।
इसके बाद वाहनों का परिचालन दोनों ओर से ठप हो गया। सिकंदरपुर से शेखपुर मोड़ तक वाहनों की लंबी कतार लगी थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि विसर्जन को लेकर विधि व्यवस्था व यातायात सुचारू करने को लेकर जवानों की तैनाती नहीं की गई थी।
जबकि अहियापुर व सिकंदरपुर थाने के सीमा में अखाड़ाघाट पुल आता है। कुछ समय बाद में उधर से जा रहे एसएसबी जवानों ने रुककर वाहनों का परिचालन कराया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।