बारिश ने चुनाव प्रचार प्रभावित किया...वोटिंग भी बर्बाद करके ही मानेगी क्या? मतदान के दिन की पूर्वानुमान रिपोर्ट जारी
Muzaffarpur weather forecast:अगर यह कहा जाए कि बिहार के लोगों के रंग में बारिश ने भंग डाला है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। दुर्गा पूजा मेला का आनंद बारिश ने खराब कर दिया। उसके बाद मोंथा चक्रवात ने बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव के लिए चल रहे प्रचार की गाड़ी को थाम दिया। दो दिनों तक नेताओं का हेलीकाप्टर उड़ ही नहीं सका। मंगलवार की दोपहर के बाद से फिर से आसमान में बादल छाने लगा है। लोगों के मन में भी आशंका के बादल उमड़ने लगे हैं कि कहीं वोटिंग के दिन भी कहानी खराब हो जाए।

Muzaffarpur weather forecast today: इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरपुर।Bihar weather forecast today: समापन की ओर बढ़ रहे वर्ष में मौसम का मिजाज खूब बदला। इसका परिणाम यह रहा कि सामान्य कार्य खूब प्रभावित हुआ। विशेषकर बिहार में। हाल फिलहाल की बात करें तो दुर्गा पूजा मेला बारिश की वजह से बर्बाद हो गया।
पूरी तैयारी के बावजूद लोग इसके आनंद से वंचित हो गए। इसके कुछ ही दिन के बाद मोंथा चक्रवात ने छठ के बाद ऐसी स्थिति उत्पन्न कर दी कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का रंग फीका पड़ते-पड़ते बच गया।
वह तो चुनाव प्रचार के अंतिम दो दिन मौसम में सुधार होने की वजह से नेताओं ने बची जगहों को कवर करने का अपने स्तर से पूरा प्रयास किया अन्यथा इस चक्रवाती बारिश के चक्कर में दो दिन तक चुनावी प्रचार का काम पूरी तरह से ठप हो गया था।
हैंगर से हेलीकाप्टर उडान ही नहीं भर सके थे। एक-दो नेता पहुंच भी गए तो कार्यकम स्थल पर अधिक जलजमाव की वजह से उन्हें अपनी सभाएं रद ही करनी पड़ी। कुछ ने रोड शो से काम चलाया था।

मोंथा का प्रभाव थोड़ा कम हुआ तो अब बंगाल की खाड़ी में एक और निन्म दबाव का क्षेत्र बन रहा है। माना जा रहा है कि यह सीधे तौर पर बिहार को प्रभावित तो नहीं करेगा, किंतु आंशिक प्रभाव भी पड़ेगा तो चुनाव की पूरी तैयारी पर पानी फेर सकता है।
ऐसी स्थिति में लोगों के की यह जिज्ञासा रहती है कि उस दिन मौसम कैसा रहेगा? क्या चुनाव में भी बारिश का व्यवधान होगा या फिर सबकुछ सही हो जाएगा?समस्तीपुर के पूसा स्थित डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान रिपोर्ट के अनुसार आसमान प्राय: साफ और शुष्क रहेगा।
वैज्ञानिक डा. ए. सत्तार ने कहा कि इस अवधि में तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस हो गया है। जो एक तरह से देखा जाए तो मोंथा के प्रभाव का खत्म होने जैसा है। रात के तापमान में भी बढ़ोतरी का अनुमान है। मतलब इस माह ठंड नहीं के बराबर रहेगी।
मौसम विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस अवधि में तीन से चार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पुरवा चलेगी। हसके बाद सबकुछ सामान्य हो जाएगा।

यह खबर चुनाव आयोग के लिए भी बड़ी राहत की खबर है।क्योंकि यदि मौसम ने साथ नहीं दिया तो सुदूर इलाकों तक में बूथ पर मतदानकर्मियों को पहुंचाना सहज नही होगा।
गाड़ियों के आवागमन में भी परेशानी होगी। विभाग ने इसके अनुसार किसानों को भी अपनी खेती में बदलाव करने का सुझाव दिया है। जिससे मक्के की बुआई समय से कर सकें। इसके साथ-साथ धान की तैयार फसल की जल्द कटाई का सुझाव दिया गया है।

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