बेटे के साथ राजद में शामिल हुए पूर्व विधायक महेश्वर यादव, तेजस्वी के सामने थामी लालटेन
गायघाट से जदयू का टिकट न मिलने पर महेश्वर यादव और उनके बेटे प्रभात किरण को पार्टी से निकाल दिया गया। इसके बाद तेजस्वी यादव ने प्रभात किरण को राजद में शामिल कराया। पिछले चुनाव में लोजपा के कारण महेश्वर यादव हार गए थे। अब उनके राजद में शामिल होने से समीकरण बदल सकते हैं, क्योंकि यादव वोटों का बंटवारा नहीं होगा और राजद को इसका लाभ मिल सकता है।

पुत्र समेत जदयू से निकाले गए पूर्व विधायक महेश्वर यादव
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। गायघाट विधानसभा क्षेत्र से जदयू का टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व विधायक महेश्वर यादव के पुत्र प्रभात किरण को पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ अभियान चलाने पर पिता समेत पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
रविवार को पार्टी के प्रदेश महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी (स्थापना) चंदन कुमार सिंह द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि पार्टी के पांच नेता संगठनात्मक आचरण का उल्लंघन कर पार्टी विरोधी कार्यों में संलिप्त पाए गए। इसे गंभीरता से लेते हुए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करते हुए निष्कासित किया गया है।
पटना आवास पर बुलाकर राजद की सदस्यता
उन दोनों के अलावा गोपाल मंडल गोपालपुर भागलपुर, हिना राज सिंह कटिहार, संजीव श्याम सिंह गया को भी पार्टी से निकाला गया है। जदयू से निकाले जाने के बाद प्रभात किरण ने लालटेन थाम ली। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने उनको अपने पटना आवास पर बुलाकर राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल की उपस्थित में राजद की सदस्यता ग्रहण कराई।
बताते चलें कि पूर्व विधायक महेश्वर यादव पिछले विधानसभा चुनाव में गायघाट विधानसभा चुनाव क्षेत्र से जदयू के टिकट पर एनडीए के उम्मीदवार थे। उनका मुकाबला राजद के स्वजातीय निरंजन राय एवं लोजपा उम्मीदवार कोमल सिंह से था।
लोजपा के कारण हार
पिछले चुनाव में लोजपा ने एनडीए से बाहर रहकर चुनाव लड़ा था। कोमल सिंह के मैदान में रहने से महेश्वर यादव की सात हजार के करीब वोटों से हार हो गई थी। पिछले चुनाव में विजयी रहने वाले निरंजन राय को 59473 मत मिले थे जबकि महेश्वर यादव को 52212 मत। वहीं कोमल सिंह ने 36851 मत हासिल किया था।
आसन्न चुनाव में महेश्वर यादव ने अपने पुत्र प्रभात किरण के लिए गायघाट विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का टिकट मांगा था। इस चुनाव में लोजपा के एनडीए में शामिल रहने के कारण कोमल सिंह, जो वैशाली सांसद वीणा देवी एवं जदयू के विधान पार्षद दिनेश सिंह की पुत्री हैं, ने भी यहां से टिकट की दावेदारी की थी।
जदयू ने कोमल सिंह को टिकट दे दिया
टिकट की घोषणा होने से पूर्व गायघाट में हुए एनडीए के कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रभात किरण एवं कोमल सिंह के समर्थकों के बीच जमकर झड़प हुई थी। लेकिन जब जदयू ने कोमल सिंह को टिकट दे दिया, उसके बाद प्रभात किरण नाराज चल रहे थे।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पिछले चुनाव में जदयू एवं राजद से एक ही जाति के उम्मीदवार होने के कारण यादव वोटों का बंटवारा हुआ था, लेकिन पासवान वोट लोजपा उम्मीदवार कोमल सिंह के खाते में जाने के कारण महेश्वर यादव की हार हुई थी।
प्रभात किरण के राजद में जाने से बदले समीकरण में अब यादव वोटर में बंटवारा नहीं होगा, इसका लाभ राजद को मिल सकता है। लेकिन इस बार लोजपा के एनडीए में शामिल होने से पासवान एवं राजपूत वोट के साथ-साथ एनडीए के वोट एकजुट होंगे।

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