मुजफ्फरपुर शहर में घुसा बाढ़ का पानी, बूढी गंडक नदी का बढ़ा जलस्तर
मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से शहर और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ आ गई है। बालूघाट, आश्रमघाट और अखाड़ा घाट के निचले इलाकों में झोपड़ियां डूब गई हैं। मिठनसराय में भी पानी घुसने से फसलें बर्बाद हो गई हैं और यातायात प्रभावित हुआ है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है, जिससे लोगों में चिंता है।

मुजफ्फरपुर के आश्रम घाट किनारे पहुंचा बाढ़ का पानी। बूढ़ी गंडक में जलस्तर बढ़ने से लोगो को पानी से गुजरकर घर आना जाना पड़ता। जागरण
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News: बूढी गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से शहर से लेकर निचले ग्रामीण इलाकों में पानी प्रवेश कर गया है। बालूघाट, आश्रमघाट, अखाड़ा घाट के निचले इलाके की दो सौ से अधिक झोपड़ियों के पानी से घिर जाने के कारण लोग परेशान हैं।
वहीं मिठनसराय में भ्ज्ञी बाढ़ का पानी घुस गया है। यहां करीब 50 घर पानी से घिर गए हैं। सब्जी की फसल प्रभावित हुई है। मुख्य सड़क पर लगभग दो फीट पानी बह रहा है। रेलवे ढाला से जाने वाले डायवर्जन मार्ग पर पानी आने से लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है।
जानकारी के अनुसार, बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर 52.53 मीटर पर चिन्हित किया गया है। वर्तमान में जलस्तर 51.70 मीटर पर चल रहा है। वहीं बागमती नदी का जलस्तर कटौंझा में खतरे के निशान से नीचे है।
बूढ़ी गंडक में जलस्तर में पानी बढ़ने से किनारे झुग्गी में घुसा पानी। जागरण
यहां खतरे का निशान 55 मीटर पर है जबकि मौजूदा जलस्तर 54.99 मीटर दर्ज किया गया है। बूढ़ी गंडक का जलस्तर बढ़ने से मिठनसराय में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
ग्रामीण लक्ष्मण सहनी ने बताया कि उन्होंने एक एकड़ में सब्जी की खेती की थी, लेकिन अचानक पानी आने से फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। उन्होंने बताया कि गांव के कई किसानों के खेतों में भी पानी घुस गया है।
ग्रामीण अधिवक्ता अरुण पांडेय, लालबाबू सिंह और समोद राम ने बताया कि मुजफ्फरपुर-दरभंगा फोरलेन किनारे से गांव में जाने वाली सड़क पर दो से ढाई फीट तक पानी बह रहा है। गांव में आने-जाने के लिए लोगों को रेलवे लाइन पार करनी पड़ रही है।
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