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    Muzaffarpur: 168 प्रधानाध्यापकों पर गिरी गाज, 10% वेतन स्थगित; DPO ने जारी किया शोकॉज नोटिस

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 09:00 AM (IST)

    मुजफ्फरपुर के 16 प्रखंडों में छात्रों का डेटा अपडेट न होने से उन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा। डीपीओ लेखा योजना ने 168 लापरवाह प्रधानाध्यापकों को चिह्नित कर स्पष्टीकरण मांगा है और सितंबर 2025 से 10% वेतन स्थगित करने का आदेश दिया है। डीबीटी योजना का उद्देश्य सरकारी लाभ सीधे छात्रों के खाते में पहुंचाना है।

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    168 प्रधानाध्यापकों का 10 प्रतिशत वेतन स्थगित

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। 16 प्रखंडों के हजारों छात्रों का डेटा अपडेट नहीं है। इससे उनको विभिन्न योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकेगा। दूसरी ओर सरकार इसको लेकर गंभीर है। डेटा अपडेट नहीं होने की बात सामने आने के बाद डीपीओ लेखा योजना ने इसे गंभीरता से लिया है।

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    विभाग ने 16 प्रखंडों के 168 लापरवाह प्रधानाध्यापकों को चिह्नित किया है। डीबीटी से संबंधित कार्यों का निष्पादन नहीं किए जाने के आरोप में वांछित अभिलेखों के साथ स्पष्टीकरण मांगा गया है।

    योजना एवं लेखा डीपीओ ने प्रधानाध्यापक को भेजे पत्र में कहा कि डीबीटी से संबंधित कार्यों को पूरा नहीं करने और विभागीय कार्यों में अभिरुचि नहीं रखना अनुशासनहीनता है।

    प्रधानाध्यापकों को विभागीय निर्देशानुसार निर्धारित समय तक डीबीटी से संबंधित कार्यों का संपादन नहीं किए जाने के आरोप में वांछित अभिलेखों के साथ स्पष्टीकरण अविलंब देंगे।

    डीपीओ ने तत्काल प्रभाव से 168 प्रधानाध्यापकों को सितंबर 2025 से 10 प्रतिशत वेतन, मानदेय स्थगित करने का आदेश दिया है। डीपीओ के इस कदम से प्रधानाध्यापकों की बैचैनी बढ़ गई है।

    क्या है डीबीटी?

    डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना का मुख्य उद्देश्य सरकारी योजनाओं की सब्सिडी व लाभ सीधे विद्यार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर करना है। यह योजना पारदर्शिता बढ़ाने, धोखाधड़ी व लाभों को समय पर और कुशलता से वितरित करने के लिए शुरू की गई है। डीबीटी के तहत, आधार व बैंक खातों को जोड़कर, धन सीधे विद्यार्थियों तक पहुंचाया जाता है।

    प्रधानाध्यापकों के बीच टैबलेट वितरित, मिलेगा प्रशिक्षण

    दूसरी ओर, पताही में शिक्षा विभाग ने विद्यालयों को डिजिटल संसाधनों से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सोमवार को पताही प्रखंड मुख्यालय स्थित बीआरसी भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गुफरान आलम ने सभी सरकारी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं प्रधान शिक्षकों को टैबलेट वितरित किए।

    प्राथमिक विद्यालयों को दो-दो और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को तीन-तीन टैबलेट प्रदान किए गए हैं। बीईओ ने बताया कि टैबलेट मिलने से शैक्षिक गतिविधियों की निगरानी में आसानी होगी, जिससे शिक्षण व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी।

    उन्होंने प्रधानाध्यापकों को टैबलेट में सिम लगाकर इंटरनेट कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। टैबलेट के माध्यम से बच्चों की उपस्थिति, शैक्षिक प्रगति और विद्यालय की दैनिक गतिविधियों की आनलाइन निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही, शिक्षकों को टैबलेट के सही उपयोग के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।