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    Muzaffarpur News: फर्जी वीजा पर विदेश भेजने वाले का बड़ा रैकेट सक्रिय

    By Keshav Kumar Edited By: Ajit kumar
    Updated: Sat, 11 Oct 2025 02:21 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर में फर्जी वीजा और टिकट देकर विदेश भेजने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने इंपीरियल इंटरप्राइजेज के संचालकों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि गिरोह ने 90 से अधिक बेरोजगारों से 1 करोड़ 80 लाख रुपये वसूले और फर्जी वीजा देकर ठगी की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गई है।

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    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। फर्जी वीजा और टिकट देकर विदेश भेजने वालों का बड़ा रैकेट सक्रिय है। अहियापुर पुलिस इस मामले में जांच के साथ कार्रवाई में जुटी है।

    पुलिस का कहना है कि इंपीरियल इंटरप्राइजेज के संचालकों का सत्यापन करना शुरू कर दिया है। प्राथमिकी में दिए गए नाम-पता का सत्यापन के लिए दूसरे जिले की पुलिस से संपर्क किया गया है।

    थानाध्यक्ष रोहन कुमार ने बताया कि इंपीरियल इंटरप्राइजेज के मकान मालिक से कार्यालय खोलने के पूर्व बनाए गए दस्तावेज की मांग की गयी है। शहर में भी उसके ठिकानों का पता लगाया जा रहा है।

    थानाध्यक्ष ने बताया कि जल्द ही पूरे मामले को लेकर बड़ा पर्दाफाश किया जाएगा। पूरे मामले में झारखंड के धनबाद जिले के कलरास रोड भटकुलिया निवासी अभिषेक कुमार, रंजीत कुमार शर्मा, संदीप कुमार, विनय शर्मा और मो. अरमान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

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    बताया जा रहा कि बैरिया स्थित एक माल में तीन माह से विदेश भेजने वाले रैकेट का इंपीरियल इंटरप्राइजेज से कार्यालय चल रहा था। 90 से अधिक बेरोजगारों को विदेश भेजने के लिए वीजा और टिकट के नाम पर इंपीरियल इंटरप्राइजेज के संचालक और कर्मी ने एक करोड़ 80 लाख रुपए वसूल लिए।

    29 बेरोजगार युवकों से 58 लाख रुपए लेकर पश्चिमी अफ्रीका के बेनिन देश का फर्जी वीजा और टिकट देकर मुंबई एयरपोर्ट भेजा गया था। वहीं, कई युवकों को अमेरिका व यूरोप के अलग-अलग देशों का फर्जी वीजा देने की भी बात सामने आई है।

    एयरपोर्ट पर जांच के बाद वीजा फर्जी निकला तो सभी लौट आए। गुरुवार को ये युवा बैरिया स्थित मॉल में पहुंचे तो कार्यालय बंद था। इस पर बेरोजगार युवको ने कार्यालय के बाहर हंगामा शुरू कर दिया था।

    पुलिस अधिकारियों ने ठगी के शिकार युवकों को समझाकर शांत कराया था। हालांकि विदेश भेजने के नाम बड़ा रैकेट के संचालन करने संबंधित कोई कठोर कार्रवाई पुलिस नहीं कर सकी।

    कार्यालय को सील करने से पुलिस दूर है। पुलिस महज युवकों के आवेदन के आधार पर अहियापुर थाने में विदेश भेजने वाले रैकेट के खिलाफ प्राथमिकी की है।