Muzaffarpur News: खुद को डीपीआरओ बता सरपंचों को किया कॉल, एक के खाते से 76 हजार उड़ाए
मुजफ्फरपुर में साइबर अपराधियों ने डीपीआरओ बनकर सरपंचों को ठगने का नया तरीका अपनाया है। औराई के एक सरपंच से 76 हजार रुपये की ठगी की गई। अपराधियों ने मीटिंग में जुड़ने के नाम पर लिंक भेजकर पैसे निकाले। जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने सभी सरपंचों को सतर्क रहने को कहा है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। हैलो...डीपीआरओ प्रियव्रत रंजन बोल रहा हूं। आप लोग बैठक में नहीं जुड़ते हैं, कार्यों का भी निष्पादन नहीं कर रहे हैं। ये लापरवाही है और इसपर कार्रवाई हो सकती है। वॉट्सएप पर लिंक भेज रहे हैं, इसपर जुड़िए। लिंक पर क्लिक करते ही खाते से 76 हजार रुपये की निकासी कर ली गई।
दरअसल, मामला ग्राम कचहरी सरपंचों से जुड़ा है। पिछले दो दिनों से लगातार विभिन्न प्रखंडों के दर्जनों सरपंच को साइबर फ्राड की ओर से कॉल की जा रही है।
कॉल करने वाला फ्राड खुद को डीपीआरओ (जिला पंचायती राज पदाधिकारी) बता रहा है। उसके झांसे में आकर औराई प्रखंड की भदई पंचायत के सरपंच मिथिलेश राम ने 76 हजार रुपये गंवा दिए। बुधवार को ये मामला जिला पंचायती राज पदाधिकारी के संज्ञान में आया। उन्हें कॉल रिकॉर्डिंग्स भी मिली।
इसे सुनने के बाद उन्होंने सभी ग्राम कचहरी सरपंचों को पत्र जारी कर अलर्ट कराया। कहा कि उनके द्वारा किसी सरपंच को कॉल नहीं की जा रही है। यह साइबर फ्रॉड गिरोह का काम है। इससे सभी लोग सतर्क रहें और अगर कोई ऐसी कॉल आती है तो तुरंत साइबर हेल्प लाइन नंबर पर सूचित करें।
यदि कोई सरपंच फ्राड का शिकार होते हैं या हुए हैं तो तुरंत प्राथमिकी कराएं। बुधवार को कई सरपंचों को उनका नाम लेकर कॉल की गई। औराई प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी ग्रिजेश नंदन ने बताया सरपंच के खाते में उतनी ही राशि थी, जिसे फ्राड ने उड़ा लिया। उन्होंने सभी वॉट्सऐप ग्रुप में मैसेज डालकर सतर्क किया है।
पहले वॉट्सऐप पर हाय लिखकर भेजा...
औराई बीपीआरओ ने बताया सरपंचों को कॉल कर जिला स्तरीय साप्ताहिक बैठक में नहीं जुड़ने की बात कही जा रही है। सरपंच के द्वारा जब कहा जाता कि वे लोग नियमित रूप से जुड़ते हैं और तस्वीर भी वॉट्सऐप ग्रुप में डालते हैं तो कहा जाता है कि एक दूसरा ग्रुप है, जिसमें डीएम भी हैं। उसमें आपलोग तस्वीर डालिए। तब लगेगा कि आपलोग भी काम करते हैं।
इसके बाद वॉट्सऐप पर हाय लिखकर भेजता है। इसके बाद एक लिंक भेजकर इसपर बैठक में जुड़ने को कहता है। इसपर क्लिक करते ही खाते से रुपये उड़ जाते हैं। इसी झांसे में आकर सरपंच मिथिलेश राम ने रुपये गंवा दिए।
डीएम के नाम से भी की जा चुकी ठगी:
डीएम सुब्रत कुमार सेन के नाम पर इंटरनेट मीडिया पर प्रोफाइल बनाकर और उनकी तस्वीकर लगाकर हाल में फ्राड किया गया है। अहियापुर के देवेंद्र कुमार के खाते से एक लाख 33 हजार रुपये उड़ा लिए थे। मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी कराई गई थी। इससे पहले भी कई अधिकारियों को कॉल कर ठगी करने का प्रयास किया जा चुका है।
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