SKMCH इमरजेंसी में बाहरी डॉक्टरों पर पूरी तरह रोक, निजी अस्पतालों के घुसपैठियों पर सख्ती
मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों के अलावा अन्य डॉक्टरों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। प्राचार्य ने कहा कि ड्य ...और पढ़ें

एसकेएमसीएच का इमरजेंसी वार्ड
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। एसकेएमसीएच के प्राचार्य सह अधीक्षक डॉ. आभा रानी सिन्हा ने इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी में तैनात चिकित्सक के अलावा अन्य किसी चिकित्सकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा है कि ड्यूटी के अलावा अन्य कोई चिकित्सक मौके पर मिलते दिखे तो कड़ी कार्रवाई होगी। चिकित्सक कक्ष में मिलने पर ड्यूटी में तैनात चिकित्सक दोषी होंगे।
उन्होंने यह भी कहा है कि पूर्ववर्ती एमबीबीएस छात्र भी इमरजेंसी में नहीं रहेंगे। ऐसे चिकित्सकों को अनधिकृत तौर पर उपस्थिति व प्रवेश पर रोक संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष लगाएंगे। इमरजेंसी की मॉनिटरिंग कैजुअलटी रजिस्ट्रार के साथ ही मेडिसिन, सर्जरी व ऑर्थो के विभागाध्यक्ष रखेंगे।
साथ ही प्रत्येक पाली के वस्तुस्थिति से अवगत होंगे। इसको लेकर प्राचार्य सह अधीक्षक ने सभी विभाग के विभागाध्यक्ष को पत्राचार करते हुए अलर्ट जारी किया है।
मरीज व उनके स्वजन को दिग्भ्रमित
बताया जा रहा है कि एसकेएमसीएच में इन दिनों कुछ वैसे चिकित्सक इमरजेंसी वार्ड में रह रहे हैं, जिनका निजी अस्पताल एसकेएमसीएच के आसपास चल रहा है। वह चिकित्सक से उत्तीर्ण हो चुके हैं, लेकिन निजी अस्पताल ले जाने के लिए एसकेएमसीएच में अपने सीनियर या सहपाठियों को पहले मदद करते हैं फिर मरीज व उनके स्वजन को अस्पताल की व्यवस्था को कोसते हुए दिग्भ्रमित करते हैं।
एसकेएमसीएच के चिकित्सीय व्यवस्था को लेकर मरीज के स्वजन को खामियां बताते हैं। इसको लेकर मरीज और उनके स्वजन को एसकेएमसीएच के इलाज व्यवस्था के प्रति रूचि कम हो रही है। संस्थान को गलत नजर से देख रहे हैं। इस कारण एसकेएमसीएच के व्यवस्था को लेकर मरीज व उनके स्वजन मे नाराजगी जाहिर हो रही है।
आए दिन शोरगुल-हल्ला हंगामा का शिकार एसकेएमसीएच हो रहा है। वैसे चिकित्सकों कर लगाम लगाने की कवायद एसकेएमसीएच प्रशासन ने शुरू कर दिया है। इमरजेंसी वार्ड में आवाजाही करने वाले अनधिकृत चिकित्सक समेत अन्य लोगों की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से किया जा रहा है।

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