मुजफ्फरपुर SKMCH में जांच किटों की भारी कमी, बंद हो सकता है क्लीनिकल पैथोलाजी विभाग
मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में क्लिनिकल पैथोलॉजी विभाग जांच किटों की कमी से जूझ रहा है। मरीजों को यूरिन पॉट तक निजी केंद्रों से खरीदने पड़ रहे हैं। एचसीवी और एचवी1 एसी किट भी कई महीनों से उपलब्ध नहीं हैं जिससे हेपेटाइटिस सी और ब्लड शुगर की जांच प्रभावित हो रही है। प्राचार्य ने स्थानीय खरीद का आदेश दिया है और आपूर्ति में देरी की शिकायत करने की बात कही है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्पुरपुर। एसकेएमसीएच का क्लीनिकल पैथोलॉजी विभाग बंद होने के कगार पर आ गया है। क्लीनिकल पैथोलॉजी विभाग में मरीजों का जरूरी जांच किट लंबे समय से समाप्त है।
यहीं नहीं सोमवार को यूरिन पॉट भी समाप्त हो गया। इसको लेकर अब मरीज यूरिन जांच के लिए निजी केंद्र से पॉट खरीदकर लगा रहे है, फिर जांच के लिए सेंपल दे रहे है। इसके साथ ही क्लीनिकल पैथोलाॅजी विभाग पिछले तीन माह से एचसीवी कीट और एचवी1 एसी कीट समाप्त है।
एचसीवी कीट से हेपेटाईटिस सी वायरस के संग्रमण का पता लगाया जाता है। सामान्य और इमरजेंसी ऑपरेशन केश में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
यही नहीं एचसीवी परीक्षण मानव सीरम, प्लाजमा या पूरे श्रक्त में एचसीवी के लिए विशिष्ट एंटीबॉडी के गुणात्मक पता लगाने के लिए एक इम्यूनोक्रोमैटोग्राफिक तीब्र परीक्षण है।
वहीं एचबीए1सी कीट का उपयोग व्यक्ति के पिछले दो से तीन महिने के औसत ब्लड सुगर स्तर की जांच करने के लिए किया जाता है।
यह परीक्षण बताता है कि लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद ऑक्सीजन ले जाने वाला प्रोटीन से कितना ग्लूकोच जुड़ा हुआ है।
इधर, प्राचार्य डॉ. आभा रानी सिन्हा ने बताया है कि मरीजों की सुविधा के लिए लोकल प्रचेज करने का आदेश दिया गया है। प्रेचेज हुई या नहीं इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। डिलिंग क्लर्क से इसकी जानकारी लेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ विभाग स्टॉक पर ध्यान नहीं देते है। दो-तीन महिने का स्टॉक रहने पर ही ऑर्डर देना चाहिए था, ताकि मरीजों को परेशानी नहीं झेलना पड़े।
प्राचार्य ने बताया कि बीएमएसआईसीएल के तहत एसकेएमसीएच में दवा, जांच कीट, केमिकल समेत सभी समाग्रियों की स्पलाई होती है। ऑर्डर चार महिने पहले किया गया था। फिर भी स्पलाइ्र नहीं की गई है। मामले को लेकर वह मुख्यालय स्तर के अधिकारी को शिकायत करेंगे।
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