चकिया में रेल ट्रैक उड़ाने वाले दो हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार, 11 साल से थे फरार
राज्य एसटीएफ और चकिया पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 2014 में चकिया में हुए रेल ट्रैक विस्फोट के मामले में दो हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए नक्सली मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार ये दोनों 2014 से फरार थे। पुलिस अब बेतिया जेल में बंद एरिया कमांडर राजन उर्फ प्रहार से भी पूछताछ करेगी।

संवाद सहयोगी, चकिया (पूर्वी चंपारण)। राज्य एसटीएफ व चकिया पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर 11 वर्षों बाद चकिया में रेल ट्रैक उड़ाने के मामले में आरोपित प्रतिबंधित माओवादी संगठन के दो हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।
इसमें मुजफ्फरपुर जिले के पारू थाने के चतुरीपट्टी गांव निवासी वीरू कुमार उर्फ गुड्डू राम व राजधारी राम शामिल है। पुलिस के मुताबिक 2014 में चकिया में रेल ट्रैक उड़ाने के मामले में दोनों फरार चल रहे थे।
इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस इस मामले में बेतिया जेल में बंद माओवादी संगठन का हार्डकोर सदस्य एरिया कमांडर राजन उर्फ प्रहार को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है। गिरफ्तार नक्सलियों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस छापेमारी कर रही है।
पुलिस के मुताबिक 2014 से दोनों फरार थे। इसी बीच सूचना मिली कि दोनों माओवादी थाना क्षेत्र के शीतलपुर आए है। इसपर छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार किया। थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार पांडेय ने बताया कि दोनों न्यायिक हिरासत में मोतिहारी जेल भेजा गया है।
बता दें कि वर्ष 2014 में मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेलखंड पर थाना क्षेत्र के मनी छपरा के पास नक्सलियों ने रेल ट्रैक पर उस वक्त विस्फोट किया गया था, जब वहां से लोहा लदी मालगाड़ी गुजर रही थी।
इस विस्फोट से मालगाड़ी बेपटरी हो गई थी। इससे पूरे दिन आवागमन बाधित रहा था। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई थी। पूर्व में इस मामले के कई आरोपितों को पुलिस जेल भेज चुकी है।
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