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    म्यांमार में साइबर गुलामी कर रहे 6 बिहारी हुए मुक्त, अब तक 36 लौटे वापस

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 05:30 AM (IST)

    म्यांमार में साइबर गुलामी के शिकार छह और बिहारी नागरिकों को छुड़ाया गया है, जिससे अब तक कुल 36 लोग वापस आ चुके हैं। भारत सरकार और गैर-सरकारी संगठनों के प्रयासों से यह संभव हुआ है। इन नागरिकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी जैसे अवैध कामों में धकेला गया था। सरकार अभी भी म्यांमार में फंसे अन्य नागरिकों को वापस लाने के लिए प्रयासरत है।

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    म्यांमार से मिली साइबर गुलामी से मुक्ति। सांकेतिक तस्वीर

    राज्य ब्यूरो, पटना। दक्षिण-पूर्व एशियाई देश म्यांमार में साइबर गुलामी कर रहे छह अन्य बिहारियों को मुक्त कराकर वापस लाया गया है। साइबर गुलामी से मुक्त कराए गए 360 भारतीय 18 नवंबर को थाईलैंड से नई दिल्ली लाए गए थे।

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    इनमें छह बिहारी भी शामिल थे। इन सभी को बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम शुक्रवार की सुबह नई दिल्ली से पटना लाई है। मुक्त कराकर लाए गए बिहारियों में सिवान के बड़हरिया के साकेत सौरभ, गया के डेल्हा के धर्मेन्द्र कुमार, सिवान के जीबी नगर के नीरज कुमार, मुंगेर के तारापुर के मो. अशद फारूखी, भागलपुर के लोदीपुर के मो. तनवीर आलम और सीतामढ़ी के बेलसंड के अरविंद चौधरी शामिल हैं।

    इन सभी को अपने जिले के साइबर थाने में 24 नवंबर को उपिस्थत होने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान इन सभी से इस अपराध में शामिल एजेंटो-बिचौलियों की पहचान के लिए पूछताछ की जाएगी।

    ईओयू अब तक साइबर गुलामी से मुक्त कराए गए 36 बिहारियों को वापस ला चुकी है। इसमें 13 मार्च को 14, नौ नवंबर को आठ और 12 नवंबर को आठ लोगों को नई दिल्ली से बिहार लाया गया था।

    सेल्स मैन, डिलीवरी ब्वाय के नाम पर बहाली, काम साइबर ठगी

    ईओयू के अनुसार, साइबर गुलामी से मुक्त कराए गए लोगों ने पूछताछ में बताया कि वह विभिन्न एजेंटों के माध्यम से थाईलैंड के रास्ते म्यांमार के म्यावाडी स्थित केके पार्क पहुंचे थे।

    यहां इनको शापिंग माल में सेल्समैन, डाटा इंट्री आपरेटर, कुरियर व डिलीवरी ब्वाय आदि की नौकरी का लालच देकर लाया जाता है, मगर जबरन साइबर ठगी कराई जाती है। साइबर अपराध के दौरान इन्हें एक निश्चित टारगेट दिया जाता है। इसे पूरा नहीं करने पर प्रताड़ना तो मिलती ही है, हर्जाना भी वसूल किया जाता है।

    13 को फिर होगी पूछताछ, बिचौलियों पर होगी कार्रवाई

    ईओयू ने लोगों से अपील की है कि वह नौकरी के लालच में बिचौलियों के जाल में न फंसे। अगर एजेंट दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों जैसे- म्यांमार, थाईलैंड, कंबोडिया, लाओस आदि में नौकरी लगाने का सुझाव देते हैं, तो सावधान हो जाएं।

    अगर किसी के भी द्वारा नौकरी देने का वादा किया जाता है, तो पूरी तरह से उस स्थान, नौकरी की कार्यशैली आदि की जांच पड़ताल कर आश्वस्त हो लें।