सावधान! छठ से पहले बाजार में मिलावटी घी की भरमार, ऐसे करें शुद्धता की जांच
छठ पर्व के नज़दीक आते ही बाज़ारों में मिलावटी घी की भरमार हो गई है। असली घी की पहचान करना मुश्किल है। घर पर ही घी की शुद्धता जाँचने के कुछ आसान तरीके हैं, जैसे हथेली पर रगड़ना, गर्म करना या आयोडीन टेस्ट करना। मिलावटी घी से पेट दर्द और एलर्जी जैसी स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं।

छठ से पहले बाजार में मिलावटी घी की भरमार
जागरण संवाददाता, पटना। छठ महापर्व के नजदीक आते ही देसी घी की मांग में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिल रही है। व्रती प्रसाद की पवित्रता और शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं, लेकिन बाजार में नकली और मिलावटी घी की भरमार ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
पटना समेत आसपास के इलाकों में 700 रुपये से लेकर 2800 रुपये प्रति किलोग्राम तक देसी घी बिक रहा है। आम लोग ब्रांड या दुकानदार के भरोसे ही घी खरीद रहे हैं, लेकिन जानकारों की मानें तो इनमें से कई घी पूरी तरह से शुद्ध नहीं हैं।
मिलावटी घी में इस्तेमाल हो रहे घटिया पदार्थ
खाद्य संरक्षा पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि शहर के विभिन्न बाजारों से घी के नमूने इकट्ठा करने की प्रक्रिया आरंभ की जा रही है। इससे उपभोक्ताओं को शुद्ध घी मिले, इसे सुनिश्चिता किया जाएगा।
बताया जाता है कि कुछ व्यापारी वेजिटेबल आयल, बटर, डालडा, हाइड्रोजेनेटेड तेल के साथ-साथ आलू व शकरकंद को मसलकर सुगंध मिलाकर नकली घी तैयार कर रहे हैं। यह घी देखने में असली जैसा लगता है और कीमत भी कम होती है, इससे ग्राहक धोखा खा जाते हैं।
जांच प्रक्रिया पर चुनाव का असर
इस वर्ष विधानसभा चुनाव और मैनपावर की कमी के चलते खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच प्रक्रिया कुछ धीमी रही है। इस बार अन्य जिलों से अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी नहीं की गई है, इससे कार्रवाई सीमित रह गई है।
घर पर ही ऐसे करें घी की शुद्धता की जांच
हथेली पर रगड़कर जांचें:
थोड़ा घी हथेली में लेकर उसे तब तक रगड़ें जब तक जलन महसूस न होने लगे। फिर उसे सूंघें। अगर खुशबू वैसी ही बनी रहे तो घी शुद्ध हो सकता है, यदि सुगंध कम हो जाए तो घी मिलावटी है।
गुनगुने पानी में घी की बूंदें डालें:
कांच के गिलास में हल्का गर्म पानी लें और उसमें घी की कुछ बूंदें डालें। यदि बूंदें बिना बिखरे तैरती रहें तो घी शुद्ध है। अगर घी फैलने लगे या डूब जाए, तो यह मिलावटी हो सकता है।
बीटाडीन या आयोडीन टेस्ट:
एक चम्मच घी में बीटाडीन या आयोडीन की एक बूंद डालें। अगर घोल का रंग नीला या काला हो जाए, तो घी में स्टार्च की मिलावट है।
नमक और एसिड से जांच:
आधा चम्मच नमक में दो-तीन बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड (बाथरूम क्लीनर) डालें और उसमें दो चम्मच घी मिलाएं। अगर 15–20 मिनट में रंग गुलाबी या लाल हो जाए, तो घी मिलावटी है।
घी को पकाकर जांचें
चार–पांच चम्मच घी को कढ़ाही में गर्म करें जैसे मक्खन से घी बनाते हैं। पकने के बाद जब ठंडा हो जाए तो उसे छान लें। अगर उसका रंग पीला रहे, जमाव सामान्य हो और सुगंध बरकरार रहे तो घी शुद्ध है।
व्रतियों के लिए सलाह
खाद्य सुरक्षा विभाग ने छठ व्रतियों को प्रसाद की सामग्री विशेषकर देसी घी की खरीद में सतर्कता बरतने की जरूरत है। केवल विश्वसनीय ब्रांड या दुकानों से ही सामग्री लें। साथ ही, अगर संदेह हो तो उपरोक्त तरीकों से घर पर ही घी की शुद्धता की जांच अवश्य करें।
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