नेपाल में आर्थिक उथल-पुथल के बीच बिहार के उद्योगपतियों में बनी चिंता, पटना-नेपाल बस सेवा स्थगित
बिहार के कई उद्योगपतियों ने नेपाल में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किया है लेकिन हालिया राजनीतिक अस्थिरता के कारण वे चिंतित हैं। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और हिंसक प्रदर्शनों के बाद पटना से काठमांडू जाने वाली बस सेवा को भी अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है। उद्योगपति अपने निवेश की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

जागरण संवाददाता, पटना। नेपाल में सोशल मीडिया पर रोक लगाने के बाद से हंगामा चल रहा है। युवाओं ( जेन जी) ने नेपाल सरकार के खिलाफ आंदोलन के बाद वहां स्थिति बदल चुकी है। सेना का शासन चल रहा है। इंटरनेट सेवा बंद होने से बिहार के लोगों को भी नेपाल में रह रहे स्वजनों से संपर्क करने में कठिनाई हो रही है, जबकि वहां हुए हिंसक आंदोलन के बाद अपनों से संपर्क करने में परेशानी हो रही है। व्यापार की निगरानी भी ठप हो चुकी है।
राजधानी पटना के कई बड़े उद्योगपति नेपाल में कारोबार फैलाएं हुए है। सीमेंट और स्टील फैक्ट्रियों से लेकर होटल और रेस्टोरेंट तक में साझेदारी कर निवेश किया जा रहा है। बिहार चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष सुभाष पटवारी ने बताया कि यहां के कई उद्योगपति नेपाल में कारोबार कर रहे हैं। नेपाली उद्योगपति व निवेशक के साथ मिलकर वहां कई उद्योग स्थापित किए हैं। दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत होने से स्थानीय उद्योगपतियों को भी नए अवसर मिल रहे हैं, लेकिन वर्तमान घटनाक्रम से सभी सशंकित हो चुके है।
निवेश रहेगा या डूब जाएगा
अब उनके कारोबार का क्या होगा, निवेश रहेगा या डूब जाएगा। बीआइए के पूर्व अध्यक्ष रामलाल खेतान ने कहा भारत और नेपाल के बीच सदियों से बेटी-रोटी का रिश्ता रहा है। इसी कारण यहां के उद्योगपति वहां सहजता से कारोबार कर पाते हैं। सीमेंट, स्टील के साथ-साथ होटल और रेस्टोरेंट जैसे क्षेत्रों में बिहार से निवेश है। नई घटनाक्रम से अब सभी सोच में पड़े है, उनके निवेश की स्थिति क्या है, संपत्ति है या आंदोलन की भेंट चढ़ गई। यह भी आने वाले दिनों में ही मामला शांत होने के बाद ही दिखेगा।
पटना-नेपाल बस सेवा स्थगित, काठमांडू में अशांति पर निर्णय
पटना से नेपाल के लिए संचालित होने वाली बस सेवाएं विशेष रूप से पटना से काठमांडू और जनकपुर मार्ग, अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई हैं। यह निर्णय नेपाल की राजधानी काठमांडू में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों और अशांति के कारण लिया गया है।
बिहार स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (बीएसआरटीसी) ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया है। नेपाल में हाल ही में भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों और आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया है, जिसमें 19 से अधिक लोगों की मौत और कई घायल हो गए थे। काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बंद होने और भारत-नेपाल रेल सेवाओं के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद बस सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
बीएसआरटीसी के एक अधिकारी ने बताया कि पटना से काठमांडू की दूरी लगभग 239 किलोमीटर है और यह सेवा पर्यटकों व तीर्थयात्रियों के बीच लोकप्रिय है। पटना से दोपहर 1:30 बजे बस जाती है। वर्तमान परिस्थितियों में यात्रा जोखिम भरी हो सकती है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे स्थिति सामान्य होने तक यात्रा स्थगित करें। जिन यात्रियों ने पहले से टिकट बुक किए हैं, उन्हें रिफंड या वैकल्पिक तारीखों के लिए पुनर्निर्धारण की सुविधा भी काउंटर से दी जा रही है।
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