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    Bihar Chunav: स्‍ट्रांग रूम की तीन स्‍तरीय सुरक्षा, 18 जिलों में न‍िरीक्षण से क्‍या आया सामने? सीईओ को सौंपी गई र‍िपोर्ट

    By Raman Shukla Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Mon, 10 Nov 2025 08:14 PM (IST)

    बिहार चुनाव के बाद 18 जिलों के स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया गया। तीन स्तरीय सुरक्षा के बावजूद कुछ कमियां मिलीं, जिसकी रिपोर्ट सीईओ को सौंपी गई। रिपोर्ट में सुरक्षा बढ़ाने के सुझाव हैं, जैसे रोशनी बढ़ाना और सीसीटीवी कवरेज सुनिश्चित करना। सीईओ ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

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    Strong Room की सुरक्षा में तैनात जवान। जागरण

    राज्य ब्यूरो, पटना। भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) के निर्देश पर पहले चरण के मतदान के उपरांत स्ट्रांग रूम में रखे गए इवीएम एवं वीवीपैट मशीनों की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की जांच पूरी हो गई है।

    मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) कार्यालय से भेजे गए अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट बिहार के सीईओ विनोद सिंह गुंजियाल को सौंपी दी है। पहले चरण वाले 18 जिलों में जाकर अधिकारियों ने स्ट्रांग रूम स्थल का औचक निरीक्षण किया था।

    अधिकारियों को निर्धारित मानकों के आधार पर स्ट्रांग रूम के सुरक्षा की जांच करनी थी। बिहार में पहले चरण के मतदान के उपरांत सभी इवीएम को स्ट्रांग रूप में रख दिया गया है।

    स्ट्रांग रूम एवं काउंटिंग सेंटर की सुरक्षा के लिए आवश्यक प्रोटोकाल निर्धारित किया गया है। इस प्रोटोकाल की मानीटिरंग के लिए मुख्यालय स्तर से टीमों का गठन कर रविवार को अधिकारियों को भेजा गया था।

    इन सभी अधिकारियों ने सोमवार को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। अधिकारियों को निर्धारित प्रोटोकाल में स्ट्रांग रूम में बिजली की अबाधिक आपूर्ति, उसकी वैकल्पिक व्यवस्था देखी।

    इसके अलावा स्ट्रांग रूम में डबल लाक सिस्टम, सुरक्षा व्यवस्था, स्ट्रांग रूम के लिए एक प्लाटून सुरक्षा कर्मी, सभी प्रत्याशियों द्वारा प्रतिनियुक्त किए गए प्रतिनिधि, सीसीटीवी की स्थापना, उसका डिस्प्ले, लागबुक का प्रबंधन, अग्नि सुरक्षा व्यवस्था, पुलिस अधिकारी की तैनाती, सीएपीएफ लागबुक एवं वीडियो कैमरा द्वारा सभी आगंतुकों की रिकार्डिंग की जांच गई।

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    नेपाल व दूसरे राज्‍यों की सीमाएं सील 

    इधर दूसरे चरण के चुनाव को लेकर सीमाओं को सील कर दिया गया है। मतदान वाले सात जिले पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज नेपाल की सीमा से सटे हैं। इसके अलावा झारखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे जिलों में भी मतदान है, जिसके लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।

    अंतरराष्ट्रीय सीमा शनिवार को सील कर दी गई थी जबकि अंतरराज्यीय सीमा रविवार को सील कर दी गई है। सीमावर्ती राज्यों में चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं और संयुक्त निरीक्षण किया जा रहा है। 

    दूसरे चरण में सुरक्षा बलों की 1,650 कंपनियां तैनात की गई हैं।  बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की 100 कंपनियां भी तैनात की गई हैं। एक घुड़सवार पुलिस दस्ता भी तैनात किया गया है।