Bihar Chunav 2025: तेजस्वी से चिराग तक फैशन का जलवा, वर्तमान नेताओं के स्टाइल स्टेटमेंट युवाओं को लुभा रहे
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में, नेताओं का फैशन भी एक मुद्दा बन गया है। नीतीश कुमार की सादगी से लेकर तेजस्वी यादव के आधुनिक अंदाज तक, हर कोई अपने स्टाइल से युवाओं को लुभा रहा है। रैलियों में नेताओं के कपड़े और जूते लोगों का ध्यान खींच रहे हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि फैशन जनता से जुड़ने का एक तरीका है। देखना यह है कि यह फैशन का जलवा चुनाव में कितना असर डालता है।

तेजस्वी से चिराग तक फैशन का जलवा
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की धमाकेदार शुरुआत के बीच, पारंपरिक मुद्दों जैसे रोजगार, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के अलावा एक अनोखा ट्रेंड उभर रहा है—नेताओं के फैशन स्टेटमेंट। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सादगी से लेकर तेजस्वी यादव के मॉडर्न फ्यूजन तक, वर्तमान प्रमुख चेहरों का लुक न केवल उनकी पर्सनालिटी को उजागर कर रहा है, बल्कि सोशल मीडिया पर वायरल होकर युवा वोटरों को जोड़ने का हथियार बन गया है। नामांकन प्रक्रिया संपन्न हो गई है।
अब रैलियों में नेताओं के कपड़ा-जूतों से लेकर हाव भाव सब पर जनता की नजर रहती है। एक हालिया सोशल मीडिया सर्वे में युवा मतदाताओं ने कहा कि नेताओं का रिलेटेबल स्टाइल उनके फैसले को प्रभावित करता है। कनेक्ट बनाता है।
चुनावी जंग में एनडीए और महागठबंधन के अलावा जन सुराज पार्टी के प्रवेश ने इसे और रोचक बना दिया है। लेकिन क्या फैशन वाकई राजनीति पर प्रभाव डालता है? विशेषज्ञों का कहना है कि हां—यह जनता से कनेक्ट करने का सूक्ष्म तरीका है। आइए बिहार के इन चार प्रमुख चेहरों के फैशन स्टेटमेंट पर नजर डालें, जो चुनावी मंच को फैशन वीक की तरह चमका रहे हैं।
नीतीश कुमार: 'सादगी का साफा', लेकिन रंगीन ट्विस्ट के साथ
74 वर्षीय सुशासन बाबू नीतीश कुमार का स्टाइल हमेशा सादगी भरा रहा है। बिहारी परंपरा से प्रेरित। सफेद कुर्ता-पायजामा और सिर पर बंधा सफेद साफा, जो उनकी सादगी और स्थिरता का प्रतीक है। लेकिन इस बार के चुनाव में उन्होंने हल्के नीले और हरे रंग के कुर्तों को अपनाया है, जो 'नया बिहार' के विजन को दर्शाते हैं। एक पटना रैली में नीतीश ने हरे कुर्ते के साथ साफा बांधे हुए कहा, हमारा कपड़ा सादा है, लेकिन इरादा मजबूत। फैशन डिजाइनर नेहा सुमन कहती हैं, "नीतीश का लुक ग्रामीण बिहार को संबोधित करता है, लेकिन रंगीन टच युवाओं को आकर्षित कर रहा है।" सोशल मीडिया पर #NitishStyle हैशटैग ट्रेंड कर रहा है, हालांकि विपक्ष इसे 'पुराना फैशन' कहकर तंज कस रहा है।
तेजस्वी यादव: जींस-कुर्ता फ्यूजन, युवा आइकन का जलवा
लालू प्रसाद यादव के बेटे और आरजेडी के युवा चेहरे तेजस्वी यादव (35 वर्ष) ने फैशन को राजनीति का हथियार बना लिया है। उनका सिग्नेचर स्टाइल सफेद या ब्लू कुर्ता जींस के साथ पेयर, स्पोर्ट्स शूज और कभी-कभी लेदर जैकेट—बिल्कुल 'अर्बन योद्धा' जैसा लगता है। हाल की बिहार अधिकार यात्रा में उन्होंने ब्लैक जींस के साथ सफेद कुर्ता पहना, जो इंस्टाग्राम पर 5 लाख व्यूज बटोर चुका है। तेजस्वी ने एक इंटरव्यू में कहा, फैशन मेरी पर्सनाल चॉइस है, लेकिन यह दिखाता है कि हम युवाओं की भाषा बोलते हैं। बिहार को पुराने कपड़ों में नहीं, नए विचारों में लपेटना है। आजकल तेजस्वी राहुल स्टाइल में टी-शर्ट भी पहने दिख जाते हैं, हालांकि पोस्टर में कुर्ता में ही दिखते हैं।
चिराग पासवान: कूल कैजुअल, जैकेट्स से अर्बन अपील
केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रा) प्रमुख 43 वर्षीय चिराग पासवान, रामविलास पासवान की विरासत को मॉडर्न टच दे रहे हैं। उनका फैशन स्टेटमेंट 'कूल एंड कैजुअल' है—डेनिम जैकेट कुर्ता-पायजामा के साथ, सनग्लासेस और लोफर्स। एक दरभंगा रैली में उन्होंने ब्लू डेनिम जैकेट पहनकर दलित युवाओं को संबोधित किया, जो #ChiragCool ट्रेंड बना। चिराग कहते हैं, "मेरा लुक मेरी सोच जैसा है—परंपरा में आधुनिकता। बिहार के युवा अब सूट-बूट नहीं, स्मार्ट स्टाइल चाहते हैं।" विश्लेषकों का मानना है कि यह स्टाइल एनडीए की युवा अपील को बढ़ा रहा है, खासकर शहरी क्षेत्रों में।
प्रशांत किशोर: स्मार्ट कैजुअल, डिसरप्टर का अनोखा लुक
पूर्व स्ट्रैटेजिस्ट और जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (48 वर्ष) का स्टाइल सबसे अलग है—पोलो टी-शर्ट, चिनोज पैंट्स और स्पोर्ट्सवियर, जो उनकी 5,000 किमी 'बदलाव यात्रा' से प्रेरित लगता है। रैलियों में वे सादे टी-शर्ट्स पहनते हैं, लेकिन मीटिंग्स में स्मार्ट कैजुअल अपनाते हैं। किशोर ने कहा, राजनीति फैशन शो नहीं, लेकिन पहचान जरूरी है। मेरा स्टाइल बिहार के आम आदमी जैसा है—सरल, लेकिन प्रभावशाली। उनकी पार्टी की सभी 243 सीटों पर चुनौती के बीच, यह लुक आउटसाइड इमेज को मजबूत कर रहा है। एक ट्विटर पोल में 30% यूजर्स ने किशोर के स्टाइल को गेम-चेंजर बताया।
फैशन से बिहारी दिखना जरूरी
राजगीर डिग्री कॉलेज की प्रोफेसर डॉ अपराजिता राज कहती हैं, बिहार में फैशन अब सिर्फ कपड़े नहीं, सांस्कृतिक संदेश है। नीतीश की सादगी ग्रामीणों को, तेजस्वी का फ्यूजन शहरों को जोड़ती है। लेकिन असली टेस्ट वोट से होगा।" 6 और 11 नवंबर को होने वाले मतदान के साथ, 14 नवंबर को रिजल्ट आएंगे। तब तक, नेताओं के स्टाइल स्टेटमेंट भी चर्चा का विषय बने रहेंगे।

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