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    बिहार चुनाव 2025: विकास, स्थिरता और जंगलराज के बीच ‘आने वाले कल’ की तस्वीर खींचते दिखे नीतीश कुमार

    By BHUWANESHWAR VATSYAYANEdited By: Radha Krishna
    Updated: Wed, 05 Nov 2025 03:03 PM (IST)

    नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपनी रैलियों में विकास, स्थिरता और भविष्य पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने बिहार को देश का सबसे विकसित राज्य बनाने का लक्ष्य रखा और समाज के सभी वर्गों के लिए काम करने की बात कही। उन्होंने लालू-राबड़ी शासन की आलोचना की और युवाओं के लिए नौकरी और रोजगार के अवसर पैदा करने का वादा किया। नीतीश कुमार ने एनडीए की एकजुटता को विकास की गारंटी बताया।

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    नीतीश कुमार चुनावी सभा में की मुद्दे पर बात

    भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान को ले नीतीश कुमार की चुनावी सभाओं में विकास, स्थिरता, जंगल राज और आने वाले कल की तस्वीर मुख्य मुद्दा रहा। अपने यूएसपी यानी सांप्रदायिक सद्भाव पर बात करना भी वह नहीं भूले। प्रत्येक चुनावी सभा में वह अपने संबोधन में इस पर बोलते रहे।

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    मुख्यमंत्री के चुनावी संबोधन में यह बात प्राय: सभी चुनावी सभाओं में रहा कि हमारा लक्ष्य है कि बिहार देश के सर्वाधिक विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल हो।

    हमने समाज के सभी वर्गों के लोगों के हित में काम किया है। पिछले 20 वर्षों से हम निरंतर विकास के काम में जुटे हैं। नीतीश ने अपनी सभी सभाओं में दोहराया कि उन्होंने सभी वर्गों के लोगों के हितों में काम किया है। राज्य में प्रेम, भाईचारा और शांति का वातावरण स्थापित हुआ है।


    नीतीश ने अपनी सभाओं में लालू-राबड़ी के 15 वर्षों के शासनकाल की भी चर्चा की। उन्होंने कई बार यह दोहराया कि उनके पूर्व जिन्हें काम करने का मौका मिला उन्होंने बिहार के लिए कुछ नहीं किया।

    उस जमाने में बिहारी कहलाना सम्मान का विषय नहीं थी। हमने बिहार की पहचान इस तरह से बदली कि बिहारी कहलाना सम्मान का विषय बना। विधि-व्यवस्था की पहले की स्थिति और आज की स्थिति पर भी अपनी सभाओं में उन्होंने बहुत कुछ कह दिया।


    नीतीश कुमार के चुनावी संबोधन में आने वाले कल की तस्वीर पर भी कई बार चर्चा हुई। इस क्रम में सबसे पहले युवाओं के लिए नौकरी और रोजगार पर उन्होंने अपनी बात कही।

    अगले पांच वर्षों के दौरान एक करोड़ लोगों को नौकरी व रोजगार की बात मुख्यमंत्री ने पहले चरण की चुनावी सभाओं में लगातार कही। इसी तरह राज्य के आठ हजार से अधिक पंचायतों में विवाह भवनों के निर्माण पर भी वह बोलते रहे।

    जीविका समूह को दिए गए फायदे की भी उन्हाेंने चर्चा की। आशा व ममता कार्यकर्ताओं को मानदेय को बढ़ाए जाने को भी उन्होंने अपने संबोधन का हिस्सा बनाया।


    चुनावी सभाओं में स्थिरता की बात करते हुए नीतीश कुमार ने अपनी चुनावी सभाओं में कहा कि एनडीए की एकजुटता ही बिहार के विकास और स्थिरता की गारंटी है।

    यह कहा कि बिहार के निरंतर विकास और स्थिरता के लिए एनडीए सरकार का बने रहना आवश्यक है। जंगलराज की भयावहता की चर्चा के क्रम में उन्होंने कहा कि सरकार बदलने के बाद बिहार आगे बढ़ा है और अगले पांच वर्षों में और आगे बढ़ेगा।

    यह भी याद दिलाया कि उनकी सरकार में समाज में पिछड़े, वंचित और निचले पायदान पर खड़े लोगों के उत्थान के लिए विशेष कार्य किए गए हैं।