बिहार चुनाव: चुनावी माहौल में व्यवधान पैदा करने वालों पर है पुलिस की पैनी नजर
पटना में आदर्श आचार संहिता लागू होते ही पुलिस सतर्क हो गई है। शहर में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है और सीमावर्ती इलाकों में 32 चेक पोस्ट बनाए गए हैं। असामाजिक तत्वों पर सीसीए के तहत कार्रवाई हो रही है और संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, पटना। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता के लागू होते ही पटना पुलिस पूरी तरह सतर्क हो गई है। पटना पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बलों (सीएपीएफ) के सहयोग से पूरे जिले में विशेष जांच अभियान संचालित किया जा रहा है। साथ ही वांछितों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।
जांच अभियान का उद्देश्य ऐसे व्यक्तियों पर सख्त नजर रखना है जो चुनावी माहौल को प्रभावित करने या विधि-व्यवस्था में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश कर सकते हैं।
पटना में अब तक 29 कंपनियां अर्द्धसैनिक बल की पहुंच चुकी हैं, जबकि जल्द ही 29 कंपनियां और मिलने वाली हैं। चुनाव से पूर्व ही असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके विरुद्ध आवश्यक विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है।
अब तक जिले में 184 लोगों के खिलाफ सीसीए यानी क्राइम कंट्रोल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। इन व्यक्तियों को जिले के अलग-अलग थानों या अन्य जिलों में नियमित हाजिरी देनी होगी, ताकि शांति व्यवस्था के लिए कोई परेशानी उत्पन्न न हो सके।
संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया जा रहा है। साथ ही क्यूआरटी की टीम भी तैनात कर दी गई है।
सभी चेक पोस्ट पर तैनात हुए जवान और पुलिसकर्मी
विधानसभा चुनाव के दौरान गड़बड़ी फैलाने वाले तत्वों पर अंकुश लगाने के लिए सीमावर्ती इलाकों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसके लिए 32 चेक पोस्ट स्थापित किए गए हैं, जहां नियमित पेट्रोलिंग और सघन वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा है। वहीं, सभी अनुमंडल और थाना क्षेत्रों में फ्लैग मार्च तथा एरिया डोमिनेशन लगातार जारी है, जिससे लोगों में सुरक्षा का भाव बना रहे और कोई भी अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो।
संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च
आदर्श आचार संहिता के प्रभावी अनुपालन के लिए सभी पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसी क्रम में बुधवार को मसौढ़ी थाना क्षेत्र में सहायक पुलिस अधीक्षक, मसौढ़ी-01 कोमल मीणा के नेतृत्व में पटना पुलिस और सीएपीएफ की संयुक्त टीम द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया। टीम ने संवेदनशील इलाकों में पैदल गश्त के साथ-साथ स्थानीय लोगों से संवाद भी स्थापित किया, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस तक पहुंच सके।
इंटरनेट मीडिया पर है विशेष नजर
पटना पुलिस की साइबर सेल यूनिट में अतिरिक्त पदाधिकारियों की तैनाती की गई है। इंटरनेट मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर भी विशेष निगरानी शुरू की गई है। भ्रामक या उत्तेजक पोस्ट साझा करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कार्तिकेय के शर्मा, एसएसपी
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