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    लीची-मखाना से मशरूम तक, बिहार के किसानों और स्टार्टअप्स को मिलेगा ग्लोबल मार्केट का मौका

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 11:17 PM (IST)

    बिहार के किसानों और स्टार्टअप्स को लीची, मखाना और मशरूम जैसे उत्पादों को वैश्विक बाजार में बेचने का अवसर मिलेगा। इससे राज्य के कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, किसानों की आय में वृद्धि होगी और स्टार्टअप्स को भी लाभ मिलेगा। सरकार कृषि क्षेत्र के विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है।

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    राज्य के किसानों और स्टार्टअप्स को मिलेगा निर्यात का नया मौका। सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, पटना। एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथारिटी (एपीडा) और बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआइए) इनक्यूबेशन सेंटर ‘वेंचरपार्क’ की ओर से बीआइए परिसर में एग्री-एक्सपोर्ट इकोसिस्टम को मजबूत बनाने के उद्देश्य से स्टेकहोल्डर इंटरेक्शन मीटिंग का आयोजन किया गया।

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    इसमें राज्य के किसानों एवे स्टार्टअप्स को निर्यात को लेकर नया मौका देने पर फोकस किया गया। कार्यक्रम में स्टार्टअप्स, एक्सपोर्टर्स, प्रोसेसर्स, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओज) के प्रतिनिधियों के साथ-साथ विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारी शामिल हुए। सत्र की अध्यक्षता हार्टिकल्चर निदेशक अभिषेक कुमार ने की।

    उन्होंने एग्री-एक्सपोर्ट वैल्यू चेन को मजबूत करने के लिए संस्थागत सहयोग, जागरूकता और क्षमता निर्माण को अहम बताया। बैठक में पूर्व अध्यक्ष केपीएस केशरी, इनक्यूबेशन सेंटर के सदस्य सेक्रेटरी नरेश नंदन सहित प्रमुख स्टेकहोल्डर्स मौजूद रहे।

    प्रतिभागियों ने बिहार के कृषि निर्यात में संभावनाओं, वर्तमान चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की। एपीडा और अन्य विभागों के अधिकारियों देवानंद त्रिपाठी, याचनाश्री, विवेक कांत गुप्ता और बीएसएसओसीए के राजेश कुमार ने राज्य से बिना बाधा कृषि-निर्यात संचालन के लिए आवश्यक नियामकीय प्रक्रियाओं, सपोर्ट सिस्टम और आगामी रोडमैप का प्रस्तुतीकरण किया।

    बातचीत गुणवत्ता मानकों, एक्सपोर्ट डाक्यूमेंटेशन, वैल्यू एडिशन के अवसरों, लाजिस्टिक्स सुधार, मार्केट लिंकेज और किसान-केंद्रित पहलों पर केंद्रित रही।

    एपीडा तैयार कराएगा क्लस्टर, देगा प्रशिक्षण

    बैठक में लीची, मखाना (जीआइ टैग), शहद और मशरूम जैसे उत्पादों के निर्यात अवसरों को बढ़ाने पर विशेष रूप से चर्चा की गई। स्टार्टअप्स और एफपीओ प्रतिनिधियों ने सर्टिफिकेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर और मार्केट एक्सेस से जुड़ी अपनी जरूरतें और अनुभव साझा किए।

    इसमें एपीडा ने ट्रेनिंग, क्लस्टर डेवलपमेंट और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने के लिए निरंतर सहयोग का भरोसा दिया। अधिकारियों ने कहा कि यह पहल बिहार में एक अधिक प्रतिस्पर्धी और एक्सपोर्ट-उन्मुख कृषि इकोसिस्टम विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, इससे किसानों की आय वृद्धि, उद्यमिता को प्रोत्साहन और राज्य के उत्पादों की वैश्विक पहचान को मजबूती मिलेगी।