कांग्रेस का वार : दिल्ली के रिमोट से चल रही बिहार की ट्रबल इंजन सरकार
कांग्रेस ने बिहार सरकार पर दिल्ली से संचालित होने का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि 'ट्रबल इंजन' सरकार स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने में असमर्थ है और हर फैसले के लिए दिल्ली पर निर्भर है। कांग्रेस ने इसे बिहार की जनता के साथ अन्याय बताते हुए कहा कि राज्य सरकार केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों का पालन कर रही है।

राज्य ब्यूरो, पटना। चुनाव ज्यों-ज्यों नजदीक आ रहे हैं पार्टियों में राजनीतिक तल्खी बढ़नी लगी है। गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने नीतीश कुमार की सरकार के कार्यकाल से जुड़ी रिपोर्ट ''बीस साल, विनाश काल'' जारी कर केंद्र और सरकार पर एक साथ हमला बोला। पार्टी ने एनडीए सरकार को ''ट्रबल इंजन'' करार देते हुए कहा कि यह सरकार दिल्ली के रिमोट से चल रही है, जबकि जनता की समस्याएं अनसुनी पड़ी हैं।
कांग्रेस ने बिहार सरकार की नाकामियों का रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था के मोर्चे पर फेल बताया।
गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में गुरुवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, अधीर रंजन चौधरी के साथ उदित राज, डा. अखिलेश प्रसाद सिंह, राजेश राम, डा. शकील अहमद समेत दूसरे नेताओं संयुक्त रूप से नीतीश सरकार के 20 वर्षो के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड जारी किया।
जयराम रमेश ने कहा कि यह रिपोर्ट कार्ड 20 पन्ने की चार्जशीट नहीं 20 तथ्य हैं। पलायन बिहार का भविष्य नहीं हो सकता। न ही खराब विधि-व्यवस्था, शिक्षा और स्वास्थ्य का लगातार गिरता स्तर ही बिहार का भविष्य हो सकता है।
जयराम ने नीतीश सरकार पर 71 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया और सवाल उठाया कि सत्ता की मलाई किसने खाई। उन्होंने कहा बिहार में पारदर्शी शासन की जरूरत है। जयराम ने भाजपा पर कर्पूरी ठाकुर, वीपी सिंह की सरकार गिराने और बिहार में 65 प्रतिशत आरक्षण का विरोध करने के आरोप भी लगाए।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भूपेश बघेल ने बिहार विधानसभा चुनाव को बेहद अहम बताया और कहा देश जानना चाहता है कि बिहार में आखिर क्या होगा? उन्होंने आरोप लगाए कि नीतीश कुमार सत्ता के लोभ में बार-बार पाला बदलते हैं। मंत्रियों पर आरोप लगते हैं परंतु इस्तीफा किसी का नहीं लिया जाता।
उन्होंने कहा गुड गवर्नेंस न होने की वजह से ऐसा हाला है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि महागठबंधन की कोशिश बिहार को सर्वनाश से बचाने की है। उन्होंने जाति आधारित सर्वे के बाद 65 प्रतिशत आरक्षण को संविधान की अनुसूची नौ में शामिल न किए जाने पर भी केंद्र और नीतीश सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा कांग्रेस ने जब-जब आम आदमी के अधिकार की बात उठाई भाजपा ने उसका विरोध किया है। विधानसभा चुनाव का हवाला देकर कहा यह भले ही बिहार का चुनाव हो लेकिन इसका असर राष्ट्रीय स्तर पर होगा। प्रेस कांफ्रेंस में मदन मोहन झा, अभय दुबे, राजेश राठौड़, असितनाथ तिवारी, प्रियंका सिंह, ज्ञान रंजन समेत दूसरे कई नेता उपस्थित रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।