Bihar Politics: नीतीश का गेम बिगाड़ेंगे चिराग? 9 सीटों को लेकर अब सामने इनसाइड स्टोरी
बिहार एनडीए में लोजपा (रामविलास) और जदयू के बीच सीटों का विवाद गहराता जा रहा है। विवाद उन सीटों को लेकर है जिन पर जदयू ने पिछला चुनाव जीता था या दूसरे स्थान पर रही थी। मटिहानी, अलौली, परबत्ता, राजापाकर, महनार, कल्याणपुर, कुशेश्वरस्थान, चकाई और सिकंदरा जैसी सीटों पर दोनों दलों के बीच खींचतान है। लोजपा (रा) ने चिराग पासवान को इस मामले पर निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है।

राज्य ब्यूरो, पटना। एनडीए में लोजपा (रामविलास) का विवाद महज इसलिए नहीं सुलझ रहा है कि उसे अधिक सीटें चाहिए। विवाद की जड़ उसकी उन सीटों की मांग है, जिनपर पिछले चुनाव में जदयू की जीत हुई थी या उसके उम्मीदवार दूसरे नम्बर पर थे।
बेगूसराय की मटिहानी विधानसभा से विवाद की शुरुआत है। 2020 में मटिहानी से लोजपा टिकट पर राजकुमार सिंह जीते थे। वे जदयू में शामिल हो गए। जदयू इसे अपनी जीती हुई सीटों में जोड़ता है। इसी तरह खगड़िया जिले की अलौली और परबत्ता विधानसभा सीटें हैं। परबत्ता में जदयू की जीत हुई थी।
अलौली में उसके उम्मीदवार दूसरे नम्बर पर थे। चिराग पासवान अलौली से किसी स्वजन को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं। वैशाली जिले की राजापाकर और महनार पर भी लोजपा (रा) का दावा है। जदयू अपने प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को महनार से लड़ाना चाहता है। कुशवाहा पिछली बार दूसरे नम्बर पर थे।
इसी तरह, राजापाकर में कम वोटों के अंतर से जदयू की हार हुई थी। समस्तीपुर जिले की कल्याणपुर और दरभंगा की कुशेश्वरस्थान सीट जदयू की जीती हुई है। लोजपा (रा) का दोनों पर दावा है। जमुई जिले की दो सीटें-चकाई और सिकंदरा भी लोजपा (रा) की सूची में है।
चकाई के निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने नीतीश कुमार की सरकार का समर्थन किया था। वह मंत्री भी हैं। सिकंदरा पर अभी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के पास है। मोर्चा भी सीट छोड़ने के मूड में नहीं है।
लोजपा (रा) की राज्य इकाई ने विस चुनाव के बारे में निर्णय लेने के लिए चिराग को अधिकृत किया
दूसरी ओर, लोजपा (रा) की राज्य इकाई ने विधानसभा सीटों के बारे में एनडीए से बातचीत करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को अधिकृत कर दिया है।गुरुवार को यहां बुलाई गई पार्टी की आपातकालीन बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष विधानसभा चुनाव के बारे में कोई भी निर्णय लेने के लिए अधिकृत हैं। सांसद एवं बिहार के पार्टी प्रभारी अरुण भारती ने बैठक की अध्यक्षता की।
मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि बैठक में कहा गया है कि सीटों की संख्या का निर्धारण पार्टी की बढ़ी हुई ताकत को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। भारती के अलावा पार्टी के सांसद राजेश वर्मा एवं शांभवी चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडेय ने भी बैठक में हिस्सा लिया। चिराग पासवान नई दिल्ली में हैं। सांसद वीणा देवी निजी कारणवश बैठक में शामिल नहीं हुईं।
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