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    बिहार के सरकारी स्कूलों में अब छात्रों को मिलेगा ये ट्रेनिंग, शिक्षा विभाग का निर्देश

    Updated: Wed, 20 Aug 2025 01:56 PM (IST)

    बिहार के सरकारी स्कूलों में अब छात्रों को जीवन कौशल और डिजिटल कौशल का प्रशिक्षण मिलेगा। शिक्षा विभाग ने इसके लिए साप्ताहिक दो दिवसीय प्रशिक्षण मॉड्यूल लागू करने का निर्देश दिया है। इसमें कहानी आधारित गतिविधि और डिजिटल प्रोजेक्ट वर्क शामिल होंगे। छात्रों को एनएमएमएस परीक्षा की तैयारी भी कराई जाएगी। विभिन्न संस्थानों के साथ सहयोग से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।

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    बिहार के सरकारी स्कूलों में अब छात्रों को जीवन कौशल और डिजिटल कौशल का प्रशिक्षण मिलेगा। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी 81 हजार सरकारी स्कूलों में अब सातवीं से बारहवीं कक्षा के बच्चों को जीवन कौशल और डिजिटल कौशल जैसी ट्रेनिंग दी जाएगी। ताकि, आगे चलकर वे आसानी से नौकरी या व्यवसाय कर सकें।

    इसके लिए शिक्षा विभाग ने हर महीने बच्चों को जीवन कौशल, डिजिटल कौशल, सतत उद्यमिता सिखाने के लिए साप्ताहिक दो दिवसीय प्रशिक्षण मॉड्यूल लागू करने का निर्देश दिया है। इसके अनुसार, कौशल प्रशिक्षण का पहला दिन कहानी आधारित गतिविधि और दूसरा दिन डिजिटल प्रोजेक्ट वर्क का होगा।

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    इसमें स्थानीय शिक्षकों और नोडल अधिकारियों का प्रशिक्षण, बेसलाइन-एंडलाइन सर्वेक्षण, वार्षिक मूल्यांकन शामिल है। फुटबॉल, खेल गतिविधियों और महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप को भी बढ़ावा दिया जाएगा।

    शिक्षा विभाग ने राज्य के स्कूलों में बच्चों के बीच जीवन कौशल और डिजिटल कौशल से संबंधित शिक्षण-प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए कई प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ समझौता भी किया है, जिससे राज्य के स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण और समावेशी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, जिसका लाभ बच्चों को मिलेगा।

    स्कूलों में आठवीं कक्षा के छात्रों को एनएमएमएस (राष्ट्रीय मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप) परीक्षा की तैयारी मुफ्त में कराई जाएगी। इसके लिए भारत इनोवेशन ग्लोबल इंस्टीट्यूट के साथ एक एमओयू किया गया है। अगले महीने से यह संस्था दो साल तक सरकारी स्कूलों में बच्चों के बीच लाइव/रिकॉर्डेड क्लासेस, उच्च गुणवत्ता वाली डिजिटल सामग्री, हिंग्लिश माध्यम में तैयारी, अभ्यास और मॉक टेस्ट पर विशेष ध्यान देगी।

    साथ ही, होलिस्टिक इंग्लिश लैंग्वेज लर्निंग प्रोग्राम के तहत पढ़ने में प्रवाह, समझ, मौखिक संचार और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए फ्रीडम एडु द्वारा डिजिटल और प्रिंट संसाधन, शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल और मूल्यांकन उपकरण उपलब्ध कराए जाएँगे। गोइंग टू स्कूल जीवन ऑनलाइन क्लास के माध्यम से कक्षा सातवीं से बारहवीं तक के छात्रों को डिजिटल कौशल की जानकारी प्रदान करेगा।