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    Bihar Teacher Bharti: बिहार में 1 लाख 12 हजार से अधिक पदों पर होगी टीचर की भर्ती, आयोग ने शुरू की तैयारी

    Updated: Sat, 09 Aug 2025 03:04 PM (IST)

    बिहार में शिक्षक नियुक्ति की तैयारी जोरों पर है। शिक्षा विभाग ने सभी जिलों से रिक्तियां मांगी हैं जिनमें 63 हजार से अधिक पद प्राप्त हुए हैं। प्राथमिक से उच्च माध्यमिक स्तर तक 1 लाख 12 हजार से अधिक पदों पर भर्ती होने की संभावना है। टीआरई-4 के बाद एसटीईटी परीक्षा होगी और डोमिसाइल नीति के तहत बिहार के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता मिलेगी। 2025 में टीआरई-4 का आयोजन होगा।

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    बिहार में चौथे चरण की शिक्षक नियुक्ति की तैयारी में जुटा आयोग। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में चौथे चरण (TRE-4) की शिक्षक नियुक्ति की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू हो चुकी है। शिक्षा विभाग पूरी तरह एक्शन में आ चुका है। सभी 38 जिलों से प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के पदों की रिक्तियां मांगी गई है।

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    अबतक शिक्षा विभाग को विभिन्न जिलों से 63 हजार से ज्यादा रिक्तियां मिल चुकी हैं। हर जिले से विषयवार रिक्तियां ली जा रही हैं। दर्जन भर जिले में रोस्टर क्लियरेंस की वजह से शिक्षकों की रिक्तियां अधर में लटकी है।

    शिक्षा विभाग का अनुमान है कि सभी जिलों में प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक शिक्षकों के एक लाख 12 हजार से अधिक पदों की रिक्तियां मिलने की संभावना है।

    शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार के स्तर से चौथे चरण (TRE-4) की शिक्षक नियुक्ति जल्द आरंभ करने का निर्देश है। इसलिए सभी जिलों से रोस्टर क्लियरेंस के बाद प्राप्त रिक्तियों के आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।

    सबसे पहले टीआरई-फोर के बाद माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) आयोजित होगी। इसके बाद शिक्षकों के पदों के विरुद्ध शेष रिक्तियों हेतु पांचवें चरण (टीआरई-फाइव) की शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ होगी।

    इस प्रकार दो चरणों में सरकारी विद्यालयों में 1 लाख 12 हजार से ज्यादा पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की संभावना है। पहली बार शिक्षकों की नियुक्ति में डोमिसाइल नीति के तहत बिहार के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी।

    फिलहाल, विभागीय स्तर पर शिक्षक नियुक्ति संबंधी शिड्यूल का प्रारुप को तैयार किया जा रहा है। इससे संबंधित संशोधित नियमावली के गजट के साथ ही शिक्षकों की नियुक्ति में बिहारियों का कानून लागू हो गया है।

    बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक (नियुक्ति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्रवाई एवं सेवाशर्त्त) नियमावली, 2023 में संशोधन के जरिये यह प्रविधान किया गया है कि विद्यालय अध्यापक के पद पर नियुक्ति हेतु कुल रिक्त पदों का 40 प्रतिशत पद बिहार राज्य के अंदर अवस्थित शैक्षणिक-संस्थानों से मैट्रिक अथवा इंटरमीडिएट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों द्वारा भरा जाएगा।

    किंतु 40 प्रतिशत रिक्तियों के विरुद्ध तदनुसार योग्य अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं होने पर ऐसी शेष रिक्तियां 60 प्रतिशत रिक्तियों के लिए अर्हता प्राप्त कोटि के योग्य अभ्यर्थी द्वारा भरी जाएगी।

    बता दें कि सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक्स हैंडिल पर यह जानकारी दी गई कि वर्ष 2025 में टीआरई-फोर एवं वर्ष 2026 में टीआरई-फाइव का आयोजन किया जाएगा। टीआरई-फाइव के आयोजन के पूर्व एसटीईटी का आयोजन करने का भी निदेश दिया गया है।

    इस बीच शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि टीआरई-फोर के बाद एसटीईटी आयोजित होगी। माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) में दो पत्रों की परीक्षा होती है। माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रथम पत्र की परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थी ही माध्यमिक शिक्षक के पात्र होते हैं।

    माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के द्वितीय पत्र की परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी उच्च माध्यमिक शिक्षक के पात्र होते हैं। दोनों ही पत्रों की परीक्षा विषयवार होती है।

    अभ्यर्थी जिस विषय की परीक्षा उत्तीर्ण होते हैं, उसी विषय के शिक्षक पद के लिए वे आवेदन करने के योग्य होते हैं। माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा ली जाती है।

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