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    छठ महापर्व पर हृदय रोगियों के लिए IGIC में 10 बेड रिजर्व, 24 घंटे तैनात रहेंगे डॉक्टर और नर्स 

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 11:35 PM (IST)

    छठ महापर्व के दौरान हृदय रोगियों के लिए IGIC ने विशेष व्यवस्था की है। संस्थान में 10 बेड आरक्षित किए गए हैं, जहां 24 घंटे डॉक्टर और नर्स तैनात रहेंगे। छठ पर्व के दौरान होने वाली भीड़ और संभावित स्वास्थ्य जोखिमों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। हृदय रोगियों के लिए सभी आवश्यक उपकरण और दवाएं उपलब्ध रहेंगी।

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    हृदय रोगियों के लिए IGIC में 10 बेड रिजर्व


    जागरण संवाददाता, पटना। लोकआस्था के महापर्व छठ को लेकर राजधानी के अस्पतालों में विशेष स्वास्थ्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसी क्रम में इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आइजीआइसी) ने छठ पर्व के दौरान हृदय रोगियों के लिए 10 बेड सुरक्षित रहेंगे।

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    संस्थान के निदेशक डॉ. सुनील कुमार ने शनिवार को अस्पताल प्रशासन और चिकित्सा अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने पर्व के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कार्डियोलाजी विभाग में विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

    कहा कि छठ पर्व के दौरान श्रद्धालुओं में उपवास और थकान के कारण हृदय संबंधी परेशानी बढ़ जाती है। इसलिए मरीजों की सुरक्षा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

    24 घंटे डॉक्टर और नर्स रहेंगे ड्यूटी पर

    संस्थान प्रशासन ने बताया कि डाक्टरों और नर्सों की ड्यूटी रोस्टर के अनुसार तय की गई है। छठ के दौरान 24 घंटे के लिए इमरजेंसी और कार्डियक केयर यूनिट (सीसीयू) को अलर्ट मोड पर रखा जाएगा। जरूरत पड़ने पर एंबुलेंस और इमरजेंसी सपोर्ट टीम तुरंत सक्रिय की जाएगी।

    आपातकालीन तैयारी पूरी

    सहायक निदेशक सह डीएम कार्डियोलाजिस्ट डा. रोहित कुमार ने बताया कि आइजीआइसी में पर्याप्त मात्रा में दवाएं एवं अन्य सभी जरूरत की चीजें, चिकित्सा उपकरण सुरक्षित है। अस्पताल प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि छठ घाटों के आसपास किसी भी आपात स्थिति में हृदय रोगियों को तुरंत आइजीआइसी लाया जा सके।

    हृदय रोगियों के लिए सलाह

    • डॉ. रोहित कुमार ने हृदय रोगियों को छठ पर्व के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।व्रत के दौरान अत्यधिक परिश्रम और भीड़भाड़ से बचें।
    • पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखें।
    • पुरानी दवाएं नियमित रूप से लें और अचानक बंद न करें।
    • किसी भी प्रकार की सीने में दर्द, घबराहट या सांस लेने में दिक्कत महसूस होने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें।
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