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    Chhath Mahaparv: गंगा जलस्तर के बीच प्रशासन की तैयारी तेज, 109 घाटों को 21 सेक्टर में बांट कर होगी निगरानी

    Updated: Mon, 13 Oct 2025 12:46 AM (IST)

    छठ पर्व के मद्देनजर, गंगा के बढ़ते जलस्तर के बीच पटना में सुरक्षित घाट बनाने की तैयारी चल रही है। अधिकारियों ने दीघा से कलेक्ट्रेट घाट तक निरीक्षण किया और सुरक्षा के निर्देश दिए। जलस्तर 45-46 मीटर रहने का अनुमान है, इसलिए बैरिकेडिंग और साइनेज लगाने के आदेश दिए गए हैं। 109 घाटों को 21 सेक्टरों में बांटकर निगरानी की जाएगी और सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

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    गंगा जलस्तर में कमी का अंदाजा लगाकर बनेंगे छठ के घाट। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, पटना। छठ महापर्व, सिर पर है और गंगा का जलस्तर अब भी सामान्य से अधिक है। ऐसे में लाखों श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित घाट तैयार करने के लिए प्रशासन सतर्क है।

    इसी क्रम में रविवार सुबह प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम, एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा व नगर आयुक्त यशपाल मीणा ने दीघा पाटीपुल घाट से कलेक्ट्रेट घाट तक लगभग तीन घंटे पैदल चलकर घाटों का निरीक्षण किया।

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    इस दौरान घाटों की भौगोलिक स्थिति, कटाव, ढलान व दलदल आदि का अवलोकन कर इसकी बाबत निर्देश दिए गए। जल संसाधन विभाग के अनुसार, छठ पर्व के समय गंगा का जलस्तर 45 से 46 मीटर के बीच रहने की संभावना है।

    गत वर्ष यह 44.64 मीटर था। जलस्तर में कमी की प्रवृत्ति को देखते हुए संवेदनशील घाटों पर सुरक्षात्मक कार्य करने व स्पष्ट साइनेज लगाने का निर्देश दिया गया है।

    प्रमंडलीय आयुक्त ने पांच फीट गहराई वाले क्षेत्र से पहले मजबूत बैरिकेडिंग करने व खतरनाक घाटों को लाल कपड़े से घेरने का निर्देश दिया है।

    संबंधित अधिकारियों को गंगा के घटते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए घाटों का निर्माण करवाने को कहा गया है। सभी विभागों को आपसी समन्वय से युद्धस्तर पर सभी तैयारियां समय पर पूरी करने का आदेश दिया गया है।

    109 घाटों को 21 सेक्टर में बांट कर होगी निगरानी

    प्रमंडलीय आयुक्त ने अधिकारियों को आपस में समन्वय कर पूर्णतः दुर्घटनारहित एवं छठव्रतियों के लिए सभी प्रशासनिक सुविधायुक्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया।

    सुबह 8 बजे दीघा पाटीपुल घाट से मीनार घाट, जेपी सेतु पश्चिमी घाट, दीघा पोस्ट आफिस घाट, जेपी सेतु पूर्वी घाट, गेट नं. 93, गेट नं 88, गेट नं 83 (संत माइकल हाई स्कूल के बगल की गली) घाट, बालुपर घाट, कुर्जी घाट, एलसीटी घाट, राजापुर पुल घाट, पहलवान घाट, बांस घाट, बुद्धा घाट एवं कलेक्ट्रेट घाट तक करीब नौ किलोमीटर सभी अधिकारियों ने एक-एक घाट का निरीक्षण किया। घाटों की वर्तमान स्थिति यथा कटाव, दलदल, ढलान इत्यादि के साथ सभी घाटों के अप्रोच रोड में पैदल चलकर इसकी अद्यतन स्थिति का निरीक्षण किया।

    रास्ते में जहां गड्ढे थे उन्हें भरने व अन्य व्यवधान दूर करने का निदेश दिया गया। जिला प्रशासन व नगर निगम की तैयारियों पर चर्चा की गई। इसमें बताया गया कि दानापुर से पटना सिटी तक 109 प्रमुख घाटों को 21 सेक्टर में बांट कर सेक्टर पदाधिकारियों एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। हर घाट पर डेडिकेटेड टीम मौजूद रहेगी।

    अभी घाटों के अप्रोच रोड एवं अन्य व्यवस्थाओं की तैयारी की जा रही है। जलस्तर में कमी की प्रवृत्ति व घाटों की भौगोलिक स्थिति को देख कर घाटों को तैयार किया जा रहा है।

    अधिकारियों ने कहा कि मानदंडों के अनुसार सातो दिन 24 घंटे तैयारी चल रही है। गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट पर रविवार को 47.28 मीटर था। 11 अक्टूबर को यह 47.44 मीटर था। इस प्रकार पिछले 24 घंटा में 16 सेंटीमीटर जल-स्तर कम हुआ है।

    अनुमान है कि इस वर्ष छठ के समय गांधी घाट पर जलस्तर लगभग 45 से 46 मीटर रहेगा। गत वर्ष यह 44.64 मीटर था। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि अधिकारी लगातार जलस्तर पर नजर रखें और घटने की प्रवृति के अनुसार सभी तैयारी करें।

    जिन-जिन घाटों पर कटाव अधिक है उस पर नजर रखें। सभी घाटों पर बड़े-बड़े अक्षरों में घाटों का नाम एवं वाच टावरों तथा अन्य सुरक्षात्मक संरचनाओं की नंबरिंग का आदेश दिया गया है।

    एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की तैनाती के साथ आपदा प्रबंधन तंत्र पूरे समय सक्रिय रहेगा। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि दीघा, कुर्जी, कलेक्ट्रेट व आसपास बड़े-बड़े घाट हैं।

    इन घाटों पर काफी संख्या में छठव्रती व श्रद्धालु आते हैं। इसको देखते हुए निर्धारित मापदंडों के अनुसार सारी तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता को प्रकाश की समुचित व्यवस्था करने को कहा गया है।

    घाटों-मार्गों पर रहेंगी सभी बुनियादी सुविधाएं

    आयुक्त ने कहा कि छठव्रतियों व श्रद्धालुओं के लिए घाटों एवं मार्गों में सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। पुरुषों व महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल, चेंजिंग रूम, व्रतियों के ठहरने हेतु शेड, घाटों के यथासंभव नजदीक वाहन पार्किंग की बेहतर सुविधा रहेगी।

    पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग, ड्राप गेट की व्यवस्था रहेगी। आयुक्त ने कहा कि घाटों के पास एवं संपर्क पथ में समुचित संख्या में वाच टावर की स्थापना की जाएगी। घाटों पर नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा।

    ध्वनि-विस्तारक यंत्र एवं स्थायी तथा अस्थायी सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा। घाटों पर जाने के लिए अप्रोच रोड सुचारू एवं अवरोध-मुक्त रहेगा।

    घाटों पर उत्कृष्ट सफाई एवं प्रकाश-व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। नगर निगम द्वारा सभी वार्डों में स्ट्रीट लाइट दुरुस्त कराई जा रही है। घाटों पर विद्युत कर्मियों एवं तकनीशियनों की टीम तैनात रहेगी।