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    छठ महापर्व पर अलर्ट पर गंगा किनारे के अस्पताल, 0612-2951964 पर 24 घंटे नियंत्रण कक्ष

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 05:36 AM (IST)

    छठ पर्व के लिए प्रशासन ने गंगा किनारे के अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है। पटना के प्रमुख अस्पतालों में आपातकालीन बेड आरक्षित किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने गर्दनीबाग में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जो 24 घंटे कार्यरत रहेगा। घाटों पर 40 एंबुलेंस तैनात रहेंगी। सिविल सर्जन ने अस्पतालों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और श्रद्धालुओं से सावधानी बरतने की अपील की।

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    छठ महापर्व पर अलर्ट पर गंगा किनारे के अस्पताल

    जागरण संवाददाता, पटना। छठ पर प्रशासन ने सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर विशेष तैयारियां शुरू कर दी है। मनेर से लेकर बख्तियापुर तक गंगा किनारे स्थित सभी निजी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। 

    साथ ही राजधानी के प्रमुख सरकारी अस्पताल पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच में भी आपात स्थिति से निपटने के लिए विशेष बेड सुरक्षित रखे गए हैं। मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश पर सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने शुक्रवार को संबंधित सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट रहने का निर्देश जारी किया। 

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    बताया कि गंगा किनारे के सभी प्रमुख छठ घाटों पर मेडिकल टीमें तैनात रहेंगी ताकि किसी प्रकार की आपात स्थिति में तुरंत प्राथमिक उपचार और सहायता प्रदान की जा सके।

    24 घंटे डॉक्टर व पैरामेडिकल कर्मी रहेंगे तैनात

    स्वास्थ्य विभाग की ओर से गर्दनीबाग में विशेष नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। इसमें 24 घंटे डॉक्टर व पैरामेडिकल कर्मी तैनात रहेंगे। यह सेवा 26 एवं 27 को रहेगा कार्यरत रहेगा। स्वास्थ्य जरूरत को लेकर जरूरतमंद 0612-2951964 पर फोन कर सकते हैं।

    घाटों पर तैनात रहेंगी 40 एंबुलेंस

    स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि करीब 40 एंबुलेंस घाटों के आसपास लगातार गश्त करेंगी। ये एंबुलेंस आवश्यक दवाओं और चिकित्सा उपकरणों से लैस होंगी। किसी भी दुर्घटना, डूबने की घटना या अचानक स्वास्थ्य समस्या के मामले में ये तुरंत सक्रिय होंगी।

    सिविल सर्जन ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा

    सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने शनिवार को विभिन्न छठ घाटों और अस्पतालों का निरीक्षण कर चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने सभी निजी अस्पतालों को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। 

    सिविल सर्जन ने बताया कि छठ महापर्व के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा तट पर एकत्रित होते हैं। ऐसे में हर अस्पताल को अलर्ट मोड पर रहना जरूरी है ताकि किसी अप्रिय घटना की स्थिति में युद्ध स्तर पर बचाव कार्य शुरू किया जा सके।

    मुख्य अस्पतालों में रखे जाएंगे बेड रिजर्व

    छठ पर्व के दौरान संभावित भीड़ और आपात स्थितियों को देखते हुए पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच में विशेष वार्ड बनाए जा रहे हैं। इनमें आपातकालीन बेड रिजर्व रहेंगे ताकि घायल या अस्वस्थ श्रद्धालुओं को तुरंत भर्ती कर उपचार दिया जा सके।

    मेडिकल टीमों की तैनाती और जिम्मेदारी

    प्रत्येक प्रमुख घाट पर एक डाक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट और वार्ड सहायक की टीम तैनात रहेगी।

    स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष में 24 घंटे मानिटरिंग की व्यवस्था की गई है।

    जल पुलिस और आपदा प्रबंधन दलों के साथ मिलकर मेडिकल टीमें कार्य करेंगी।

    श्रद्धालुओं से अपील

    स्वास्थ्य विभाग ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे घाटों पर बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। अत्यधिक भीड़ वाले स्थानों पर धैर्य बनाए रखें और किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में निकटतम मेडिकल कैंप से तुरंत संपर्क करें।