छठ पर्व को लेकर बाजार समिति में जोरदार तैयारियाँ, कश्मीर से सेब और नागपुर से पहुँचे संतरे
पटना के मुसल्लहपुर फल मंडी में छठ पर्व की तैयारियां जोरों पर हैं। फलों की आवक बढ़ गई है, और बाजार समिति में सुरक्षा व यातायात प्रबंधन के लिए प्रशासन से सहयोग मांगा गया है। 23 अक्टूबर तक मंडी फलों से भर जाएगी, और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। कश्मीर से सेब और नागपुर से संतरे की खेप पहुंच चुकी है।

कश्मीर से सेब और नागपुर से पहुँचे संतरे
जागरण संवाददाता, पटना। छठ महापर्व को लेकर पटना की कृषि उत्पादन बाजार समिति मुसल्लहपुर फल मंडी में जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं। खरीदारी के लिए उमड़ने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए पटना फ्रूट एंड वेजिटेबल्स एसोसिएशन ने सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर प्रशासन से कई अहम मांगें की हैं।
एसोसिएशन के अध्यक्ष शशि कांत प्रसाद ने अनुमंडलाधिकारी को पत्र सौंपकर 22 से 25 अक्टूबर तक मंडी में पुलिस बल की तैनाती और निजी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है, जिससे खरीदारी के लिए आने वाले आम लोगों को कोई असुविधा न हो। छठ पर्व के मद्देनजर बाजार समिति में देशभर से फलों की आवक तेज हो गई है।
एसोसिएशन के मुताबिक, अब तक 70–80 गाड़ियां सेब की पहुंच चुकी हैं, जबकि करीब 200 ट्रक रास्ते में हैं। सेब कश्मीर और हिमाचल से आ रहे हैं। इसी तरह नागपुर से संतरे की पहली खेप आ चुकी है, लगभग 60–70 ट्रक संतरे मंडी पहुंच चुके हैं जबकि 150 और ट्रक आने की संभावना है।
नासपाती की पहली खेप पंजाब से पहुंची है। केला आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बंगाल और हाजीपुर से अब तक 30–40 गाड़ी पहुंच चुकी है, और अनुमान है कि 5 नवंबर तक 200 ट्रक आएंगे। अनार नासिक और पुणे से अब तक 40 ट्रक, आगे और 80–100 ट्रक आने हैं। सूखा नारियल आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से 50 ट्रक आ चुके हैं, 100 और आने हैं। अनानास किशनगंज और बंगाल से 20 ट्रक आ चुके, 50–60 ट्रक और अपेक्षित हैं। गागर नींबू 20–25 ट्रक आए, और 50 ट्रक आने हैं।
बाजार समिति में 23 अक्टूबर तक भर जाएगा फलों का भंडार
अध्यक्ष शशि कांत प्रसाद ने बताया कि छठ के लिए 23 अक्टूबर तक मंडी पूरी तरह फल से भर जाएगी। खरीदारों की भीड़ और ट्रैफिक के दबाव को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन से यातायात व्यवस्था मजबूत करने और भीड़ नियंत्रण के लिए बल की तैनाती की अपील की गई है। कहा कि यहां अग्निशमन विभाग की वाहन की भी तैनाती की जाएं। इससे किसी भी आकस्मिक स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
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