पटना जंक्शन से चोरी बच्चा बरामद, गैंग में शामिल महिला समेत पांच गिरफ्तार, अकेली ‘मां’ देखकर बनाते थे अपना शिकार
पटना जंक्शन पर कोटा से आई एक महिला से बच्चा चुराने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर गिरोह के अन्य सदस्यों को भी पकड़ा। आरोपियों के पास से चोरी हुए दो बच्चे बरामद किए गए। गिरोह बच्चों को बेचता था जिसकी पुलिस जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, पटना। कोटा से पटना जंक्शन पहुंची महिला की गोद से छह माह का बच्चा चुराने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी निशानदेही पर बच्चा चोर गिरोह में शामिल महिला समेत चार अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से चोरी छह माह के बच्चे को सकुशल मुक्त कराने के साथ ही कहीं और चोरी किए गए एक और बच्चे को बरामद किया गया है।
सूत्रों की मानें तो आरोपितों को पटना और नालंदा से दबोचा गया है। यह गिरोह चेन बनाकर बच्चा चोरी करता था। फिर उसे एक से दूसरे से तीसरे के हाथों बेच देता था। इसमें एक अन्य आरोपित को दूसरे राज्य से दबोचा गया है, जिसे पटना लाया जा रहा है।
रोहतास की महिला से पटना जंक्शन पर बच्चा चुराने वाला आरोपित कोटा से ही पीछा कर रहा था। कोटा स्टेशन पर महिला को बच्चे के साथ अकेला देखकर वह भी उसी बोगी में सवार हो गया था, जिसमें महिला सफर कर रही थी। वह पहले नजदीकी बढ़ा ली और बार-बार बच्चे को गोद में लेकर खिला रहा था। भरोसा जीतने के बाद मौका देख बच्चा लेकर भाग गया था।
बच्चा बरामदगी और गिरोह की गिरफ्तारी के लिए रेल पुलिस की विशेष टीम का गठन किया गया था। सीसीटीवी फुटेज से पहले बच्चा चोरी करने वाले आरोपित की पहचान की गई। चोरी के किए गए बच्चे को आरोपित ने चेन से जुड़े अन्य तस्करों के जरिए अलग-अलग जगहों पर भेजा गया था।
बच्चा कितने में बेचा गया था? किसे बेचा गया था? इस गिरोह में और कितने बदमाश शामिल हैं? पूर्व में कितने बच्चों की कहां से चोरी कर कहां बेचे? बरामद बच्चे के साथ दूसरा बच्चा कहां से चोरी किए थे? पुलिस इसकी जानकारी जुटाने के लिए आरोपितों से लगातार पूछताछ कर रही है। उनकी निशानदेही पर कई अन्य ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। शुक्रवार को रेल पुलिस इस गिरोह का पर्दाफाश कर सकती है।
प्लेटफार्म नंबर दस के वेटिंग हाल के पास से चोरी किया था बच्चा
पीड़िता औरंगाबाद की रहने वाली हैं। उनकी शादी रोहतास में हुई थी। ससुराल वाले राजस्थान के कोटा में रहते हैं। पीड़िता का छह महीने का एक बेटा है। वह बच्चा संग अपनी मां से मिलने 22 अगस्त को कोटा पटना एक्सप्रेस के जनरल बोगी में सवार होकर पटना के लिए रवाना हुई थी।
उसी कोच में बच्चा चोर गिरोह की एक महिला और एक पुरुष सदस्य सवार थे। सफर के दौरान महिला को विश्वास में लिया गया। इस बीच पुरुष के साथ सवार महिला दानापुर में उतर गई, जबकि आरोपित महिला के साथ पटना जंक्शन पर उतरा।
23 अगस्त की रात करीब साढ़े बजे सात महिला अपने बच्चे को बदमाश को सौंप प्लेटफार्म नंबर 10 के वेटिंग हॉल के वॉशरूम में चली गई। लौटी तो पाया कि बच्चा और वह व्यक्ति दोनों नहीं था। खोजबीन के बाद उन्होंने पटना जंक्शन रेल थाना में केस किया।
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