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    पिछले साल की फूलझड़ी और अनार से मनानी होगी दिवाली, लॉकडाउन की सख्‍ती को देखते हुए नहीं आया नया माल

    By Shubh NpathakEdited By:
    Updated: Thu, 05 Nov 2020 07:08 AM (IST)

    कोरोना काल में पुराने पटाखों से ही मनानी पड़ेगी दिवाली कम आवाज और लाइटिंग वाले पटाखों का इस बार रहेगा जलवा लॉकडाउन की सख्‍ती को देखते हुए मायूस पटाखा कारोबारियों ने नहीं मंगाया है नया स्‍टॉक। खबर पढ़कर जानिए कितने में मिल रहा कौन सा आइटम

    पटना सिटी में है पटाखों की बड़ी मंडी। जागरण

    पटना, जेएनएन। दिवाली के मौके पर पटाखा बाजार में वैश्विक महामारी कोरोना का असर दिख रहा है। इस बार पुराने स्टॉक से ही दीपावली मनेगी। लाइसेंस न होने के काराण पटाखा की खुदरा दुकानें लगभग बंद हैं। थोक व्यापारी सीधे गोदाम से कारोबारी तक पटाखों की सप्लाई कर रहे हैं। पिछली दीपावली में भी अनुमंडल प्रशासन ने पटाखा कारोबारियों पर लाइसेंस को लेकर कार्रवाई करते हुए लगभग दो दर्जन दुकानों को सील किया था। इस बार पटाखा कारोबारी फूंक-फूंक कर बाजार में कदम रख रहे हैं।

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    पटाखों की मंडी में नहीं दिख रहा उत्‍साह

    आतिशबाजी के थोक कारोबार से जुड़े व्यवसायी राजेश राय की मानें तो कारोबार को लेकर फुटकर मौसमी कारोबारियों में उत्साह नहीं है। इसकी वजह है कोरोना व सरकार का दिशा-निर्देश। ग्राहकों की कमी को देखते हुए थोक व्यापारियों ने उत्पादक क्षेत्रों से पटाखा के आइटम नहीं के बराबर मंगाया है। इस बार फैंसी पटाखों का जलवा बाजार में बेहद कम रहेगा।

    पटाखे बनाने वाली फैक्ट्री भी थी बंद

    खाजेकला में थोक कारोबार से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से तमिलनाडु के शिवाकाशी में पटाखा बनाने की अधिकांश फैक्ट्रियां बंद थीं। अनलॉक के बाद जब फैक्ट्री चालू हुई, तब बरसात का मौसम आ गया। इस कारण भी वहां पटाखाें के नये आइटम का निर्माण नहीं हो सका। उत्पादक क्षेत्रों में भी पुराना व परंपरागत पटाखा ही अभी उपलब्ध है। इसी आइटम को थोक कारोबारियों ने मंगाया है। वो भी बहुत सीमित मात्र में। पुराना स्टॉक थोक कारोबारियों के पास पहले से उपलब्ध है।

    बगैर लाइसेंस के पटाखे बेचने वालों पर प्रशासन सख्‍त

    दुर्गा पूजा के समय से दीपावली को लेकर आबाद होने वाले पटाखा बाजार पर प्रशासन की ओर से लगातार नकेल कसा जा रहा है। इस दौरान प्रशासनिक छापेमारी में दो दर्जन से अधिक दुकानों को सील किया गया।  न्यायालय के आदेश के बाद दुकानों को खुलने की अनुमति मिलती है। दीपावली के कारोबार के लिए प्रशासन की ओर से अस्थायी लाइसेंस मौसमी फुटकर कारोबारियों को उपलब्ध कराया जाता है। ऐसे में पटाखा के कारोबार पर प्रशासन की सख्ती का प्रतिकूल असर पड़ता है।

    पटना सिटी मेआधा दर्जन थोक तो 200 फुटकर कारोबारी

    रोशनी का दीपावली में खाजेकलां से लेकर पश्चिम दरवाजा के बीच में आधा दर्जन पटाखा के थोक कारोबारी हैं। 200 से अधिक मौसमी फुटकर कारोबारी हैं। इसमें लगभग 50 से अधिक फुटकर कारोबारी ऐसे है, जो सालोंभर पटाखा की बिक्री करते है। दीपावली के बाद शादी-विवाह व अन्य उत्सवों में इनका कारोबार होता है। इनकी पीड़ा यह है कि वैश्विक आपदा को लेकर सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन को देखते हुए दीपावली में कारोबार करने से कतरा रहे हैं। अधिकांश मौसमी कारोबारी कर्ज लेकर कारोबार करते हैं। ऐसे में  इन्होंने बिक्री की स्थिति कमजोर देख इस बार कारोबार से हाथ खींच लिया है। इस पर महंगाई की आग भी लगी है। बीते वर्ष की तुलना में पटाखा की कीमतों में 15 से 20 फीसद कीमत बढ़ी है।

    इस बार बाजार में दिखेंगे ये फैंसी आइटम

    पटाखा बाजार में स्वीट सिक्सिटीन, दिल मांगे मोर, नया-नया प्यार, क्रिस्टल, आकाश मल्लिका, हार्ट गल्र्स, धूम ठंडर, रेड फिल्टर, लाइटिंग ठंडर, वल्ड वार, स्टार वार, ट्राय 25 और स्टार नाईट के साथ दर्जनों फैंसी आइटम बाजार में उपलब्ध हैं। इसी प्रकार से बच्चों के लिए विसलिंग विंग, फ्लोरा फाउटेन, नदिया धारा समेत आधा दर्जन आइटम हैं। कारोबारियों की मानें तो फैंसी आइटम वाले अधिकांश पटाखे 350 से 2800 रुपये के बीच प्रति पैकेट उपलब्ध हैं। बच्चों के आइटम भी 250 रुपये से 800 रुपये के बीच बिक रहे हैं।

    सुरक्षात्मक मापदंड के अनुकूल करना होगा कारोबार

    अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश रंजन का कहना है कि अस्थायी लाइसेंस लेकर पटाखा कारोबार करने वालों को सुरक्षा के मानक का पालन करना होगा। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की जायेगी। वरीय अधिकारियों के निर्देश के बाद अस्थायी लाइसेंस देने के लिए आवेदन लेने की प्रक्रिया आरंभ होगी। जिलाधिकारी के यहां से मौसमी कारोबारियों को अस्थायी लाइसेंस निर्गत किया जाता है।

    खुदरा बाजार में प्रति पैकेट कीमत

    फुलझड़ी -  50 से 200 रुपया

    चटाई बम- 35 से 60 रुपया

    अनार फैन्सी व साधारण - 150 से 1100 रुपया

    रॉकेट- 75 से 1000 रुपया

    चरखी- 150 से 700 रुपया

    बीड़ी बम- 60 से 100 रुपया

    फैंसी आइटम- 350 से 2800 रुपया

    बच्चों के आइटम- 250 रुपये से 800 रुपया

    रंगीला - 60 से 80 रुपया

    कुछ गड़बड़ हो तो दें नियंत्रण कक्ष को सूचना

    पटना सिटी नियंत्रण कक्ष : 06122631813

    फायर बिग्रेड पटना सिटी : 06122631800