Bihar School: सरकारी स्कूलों के बच्चों को दी जाएगी ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी, 3डी-जंबो चार्ट से दिखाए जाएंगे किले और मंदिर
बिहार के सरकारी स्कूलों में अब बच्चों को ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी दी जाएगी। उन्हें किले और मंदिरों को 3डी-जंबो चार्ट के माध्यम से दिखाया जाएगा। शिक्षा विभाग की इस पहल का उद्देश्य बच्चों को भारत की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ना और उनमें इतिहास के प्रति रुचि पैदा करना है। इससे बच्चों का ज्ञानवर्धन होगा।

जागरण संवाददाता, पटना। जिले के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए प्रत्येक स्कूल को किट उपलब्ध कराई जाएगी। इस किट में एजुकेशनल चार्ट होगा, जिसमें बच्चों को 50 तरह की फोटो युक्त किताबें मिलेंगी।
इसमें बच्चों को महापुरुषों के अलावा जानकारी रहेगी। बच्चों को न केवल प्रमुख दिवस की जानकारी दी जाएगी, बल्कि डायट चार्ट, स्पोर्ट्स और व्यायाम के प्रति भी जागरूक किया जाएगा।
किट में दिए गए पोस्टर प्रत्येक क्लास में टांगे जाएंगे। इसके साथ ही स्कूली बच्चों को लर्निंग किट में बिल्डिंग ब्लाक भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसकी मदद से बच्चों को गणित विषय पढ़ने में आसानी होगी।
बच्चों को दी जाने वाली एजुकेशन किट और जंबो चार्ट इंग्लिश और हिंदी दोनों भाषा में होगी। इस किट को उपलब्ध कराने का मुख्य उद्देश्य बच्चों में रट कर पढ़ने की आदत को छुड़ाने और समझ कर पढ़ने की आदत को विकसित करना है।
स्थानीय इतिहास और संस्कृति से होंगे अवगत
ऐतिहासिक स्थलों की जानकारी में बच्चों को जिले के प्रमुख स्थलों (जैसे किले, मंदिर, पुरातात्विक साइट्स) के इतिहास, महत्व और सांस्कृतिक मूल्यों के बारे में पढ़ाया जाएगा। लर्निंग और जंबो एजुकेशनल चार्ट में बड़े आकार के चार्ट (जंबो पोस्टर्स) वितरित किए जाएंगे, जिनमें चित्र, मानचित्र और समयरेखा शामिल होगी।
यह चार्ट क्लासरूम में प्रदर्शित होंगे, ताकि बच्चे दृश्य माध्यम से सीख सकें। इससे खेल-खेल में सीखने की अवधारणा को बढ़ावा मिलेगा। कलरफुल थ्री डी होगी जंबो चार्ट में चार बाई छह फीट आकार के रंगीन चार्ट, जिसमें थ्री-डी मॉडल और क्यूआर कोड भी होगा। क्यूआर कोड स्कैन कर शिक्षक टैब के माध्यम से भी पढ़ा सकेंगे।

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