भारत-इंग्लैंड व्यापार समझौते से बिहार मिलेगा बड़ा लाभ, खुलेंगे नए रोजगार और निर्यात के दरवाजे
उद्योग मंत्री नितिश मिश्रा का कहना है कि भारत-इंग्लैंड व्यापार समझौते से बिहार को बड़ा फायदा होगा। भारत के 99% निर्यात पर यूनाइटेड किंगडम में शून्य शुल्क लगेगा जिससे खाद्य प्रसंस्करण कपड़ा और चमड़ा जैसे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। बिहार के एमएसएमई और महिला समूहों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पहुंचने का अवसर मिलेगा जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। 2030 तक व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य है।

राज्य ब्यूरो, पटना। उद्योग मंत्री नितिश मिश्रा ने शुक्रवार को कहा कि बिहार को भारत और इंग्लैंड के बीच व्यापार समझौते का एक बड़ा लाभ होगा। यह समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में भारत की पहचान का संकेत है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक समझौते के तहत, भारत के 99 प्रतिशत निर्यात को यूनाइटेड किंगडम में शून्य शुल्क सुविधा मिलेगी। यह खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, चमड़े, आभूषण और खिलौना उद्योग जैसे क्षेत्रों के लिए महान प्रोत्साहन प्रदान करेगा, जो बिहार जैसे श्रम-प्रभुत्व वाले राज्यों के लिए बेहद फायदेमंद है।
उन्होंने कहा कि बिहार और कपड़ा क्षेत्र के उभरते खाद्य प्रसंस्करण, महिला स्व -हॉलप समूहों और एमएसएमई को इस समझौते से अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचने का एक अभूतपूर्व अवसर मिलेगा। यह युवाओं, उद्यमियों और स्थानीय कारीगरों को नए रोजगार और निर्यात के दरवाजे खोलेगा।
उद्योग मंत्री ने कहा कि इस समझौते के तहत, भारत आईटी, शिक्षा, वित्त, इंजीनियरिंग और परामर्श जैसी सेवाओं के क्षेत्रों में बड़े लाभ प्राप्त करने जा रहा है। भारतीय पेशेवरों के लिए वीजा और प्रवेश प्रक्रियाएं आसान रही हैं। भारतीय श्रमिकों और उनकी कंपनियों को तीन साल के लिए सामाजिक सुरक्षा योगदान से छूट दी जाएगी।
वर्तमान में, भारत और इंग्लैंड के पास $ 56 बिलियन का व्यापार है, और इस समझौते के तहत लक्ष्य को 2030 तक इसे दोगुना करने के लिए निर्धारित किया गया है।
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