3 बार के MLA, मंत्री और MLC रहे दिग्गज नेता ने दिया Nitish Kumar को झटका; चुनाव से पहले थामा PK का दामन
दसई चौधरी और भुवन पटेल अपने समर्थकों के साथ जदयू छोड़कर जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए। राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने उनका स्वागत किया। दसई ने नीतीश कुमार पर ध्यान न देने का आरोप लगाया और कहा कि वे संगठन में काम करने आए हैं। भुवन ने नीतीश कुमार को जीनियस मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि उनके आसपास के लोगों के कारण कार्यकर्ताओं को दिक्कत हो रही है।

राज्य ब्यूरो, पटना। शुक्रवार को अपने समर्थकों के साथ दसई चौधरी और भुवन पटेल जदयू छोड़ जन सुराज पार्टी (जसुपा) में सम्मिलित हो गए। जसुपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने कांधे पर पीला गमछा रखकर दोनों का पार्टी में स्वागत किया।
दसई ने कहा कि लालू प्रसाद की पार्टी से तीन बार विधायक रहने के बाद मैंने तन-मन-धन से नीतीश कुमार का साथ दिया। हालांकि, बाद में नीतीश ने हमपर ध्यान नहीं दिया। संगठन व सरकार में सहभागी नहीं बनाया। हम बार-बार उनसे अनुरोध करते रहे। मुलाकात भी की, लेकिन कोई सकारात्मक उत्तर नहीं मिला।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मुझे महुआ से चुनाव नहीं लड़ना है। मैं संगठन में काम करने आया हूं। मैं एमएलसी, तीन बार विधायक, सांसद और चंद्रशेखर सरकार में मंत्री भी रहा हूं। अब क्या ही चाहिए!
भुवन ने कहा कि मैं समता पार्टी का संस्थापक सदस्य रहा हूं। जिलाध्यक्ष रहा। बिहार और उत्तर प्रदेश में पार्टी की ओर से चुनाव पर्यवेक्षक के तौर पर काम किया। नीतीश कुमार सबसे जीनियस मुख्यमंत्री हैं, लेकिन अब उम्र के अनुसार उनकी शारीरिक क्षमता कम हो रही है। उनके अगल-बगल के कुछ लोग ही सरकार चला रहे हैं। इससे समर्पित कार्यकर्ताओं को दिक्कत हो रही है।
उदय सिंह ने कहा कि इन दोनों की तरह ही कई अच्छे लोगों को साथ लेकर नीतीश कुमार ने अच्छी राह पर चलना शुरू किया था, लेकिन अब नीतीश राह भटक गए हैं। अब उन्हें वैसे लोगों ने घेर लिया है, जो बिहार को तेजी से सर्वनाश की ओर ले जा रहे। ये लोग पद-लोलुपता में नहीं, बल्कि घुटन के कारण जदयू छोड़कर जसुपा के साथ आए हैं।
मिलन समारोह में प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, सुधीर शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुभाष कुशवाहा, पूर्व सांसद सीताराम यादव और पूर्व एमएलसी रामबली चंद्रवंशी उपस्थित रहे।
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