Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar: डायनासोर जैसी हो जाएगी RJD की हालत; केंद्रीय मंत्री मांझी क‍िया हमला

    By Sunil Raj Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Sun, 23 Nov 2025 04:27 PM (IST)

    केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की सत्ता में वापसी पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि RJD कभी सत्ता में वापस नहीं आएगी, ठीक वैसे ही जैसे डायनासोर पृथ्वी से विलुप्त हो गए। मांझी ने RJD के भविष्य को अंधकारमय बताते हुए कहा कि पार्टी का युग अब समाप्त हो चुका है।

    Hero Image

    केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने राजद पर बोला हमला। जागरण आर्काइव

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में पराजित रहे राजद (RJD) पर विरोधियों के हमले कम नहीं हो रहे। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री और हम के संरक्षक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने एक बार फिर राजद पर हमला बोला है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मांझी ने कहा कि बिहार में अब कभी राजद की वापसी नहीं हो सकती। जो हश्र धरती पर डायनासोर का हुआ, आने वाले वक्त में वही हश्र बिहार में राजद का होगा। 

    डायनासोर की वापसी संभव लेक‍िन राजद की नहीं

    मांझी ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि शायद कभी धरती पर डायनासोर वापस चला भी आए लेकिन बिहार में राजद के लोग नहीं आ सकते।

    बिहार की जनता ने जो जनादेश (Bihar Chunav) दिया उसके बाद ये तय हो चुका है कि अब लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और उनके कुनबे को सत्ता नहीं नसीब होने वाली।

    जनता ने सोच-विचार कर ल‍िया है न‍िर्णय 

    मांझी ने कहा कि बिहार की जनता ने अच्छे से सोच विचारकर निर्णय किया है। जनता ने अगर एनडीए को बड़ा जनादेश देते हुए राजद को नकार दिया है तो इसका केवल एक ही मतलब है कि लालू परिवार और उनकी पार्टी का स्वार्थी चरित्र सभी समझ चुके हैं।

    बिहार में मुख्यमंत्री Nitish Kumar के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार तेज गति से राज्य का विकास करेगी कि राजद का सत्ता वापसी का सपना कभी पूरा नहीं होगा।

    खुद को सीएम समझ ल‍िए थे तेजस्‍वी 

    इधर राज्‍य के पूर्व गन्‍ना मंत्री कृष्‍णनंदन पासवान ने तेजस्‍वी यादव को अपरिपक्‍व नेता बताया। कहा कि मुंह से बोलने और काम करने में अंतर है।

    वे ऐसा बोल रहे थे जैसे खुद को मुख्‍यमंत्री घोष‍ित कर लिए थे। वह तो महज संयोग था कि 25 सीटें आ गईं। एक भी कम होती तो नेता प्रत‍िपक्ष की कुर्सी भी उन्‍हें नसीब नहीं होती। उन्‍हें इस परिणाम से सबक लेना चाहिए।