Bihar News: LNJP अस्पताल में नया आक्सीजन प्लांट शुरू, मरीजों को मिलेगी बड़ी राहत
बिहार के एलएनजेपी अस्पताल में एक नया ऑक्सीजन प्लांट शुरू किया गया है। इस प्लांट के शुरू होने से अस्पताल में मरीजों को ऑक्सीजन की उपलब्धता में सुधार होगा और उन्हें काफी राहत मिलेगी। अब मरीजों को ऑक्सीजन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।

लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी के प्रमुख सरकारी अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) हड्डी सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में नया आक्सीजन प्लांट तैयार हो गया है। यह प्लांट फिलहाल ट्रायल मोड में शुरू किया गया है और बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कार्पोरेशन लिमिटेड (बीएमएससीआइएल) से औपचारिक स्वीकृति मिलने के बाद इसे नियमित रूप से चालू कर दिया जाएगा।
इस अत्याधुनिक आक्सीजन प्लांट के शुरू होने से अस्पताल में आक्सीजन की नियमित, स्वच्छ और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित होगी। अब तक अस्पताल को प्रतिदिन आठ से दस जंबो सिलिंडर बाहर से मंगाने पड़ते थे, जिससे न केवल खर्च बढ़ता था बल्कि आपूर्ति में रुकावट की संभावना भी बनी रहती थी।
प्लांट की क्षमता और तकनीकी विशेषताएं
अस्पताल परिसर में स्थापित यह प्लांट प्रतिदिन 1,250 क्यूबिक मीटर आक्सीजन उत्पादन करने में सक्षम है, जबकि वर्तमान में अस्पताल की खपत केवल 65 से 70 क्यूबिक मीटर प्रतिदिन है। इस लिहाज से अस्पताल को न केवल अपनी जरूरत पूरी करने में आसानी होगी, बल्कि भविष्य में मरीजों की संख्या बढ़ने पर भी आपूर्ति में कोई कमी नहीं आएगी।
प्लांट को आधुनिक तकनीक से तैयार किया गया है, जिससे यह ऊर्जा-कुशल और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से काम करेगा। इसके संचालन और रखरखाव के लिए अस्पताल कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
मरीजों और अस्पताल प्रशासन को होंगे कई लाभ
नए आक्सीजन प्लांट से सबसे अधिक राहत गंभीर रूप से बीमार और श्वसन संबंधी रोगों से पीड़ित मरीजों को मिलेगी। कोरोना काल जैसी परिस्थितियों में जब आक्सीजन की भारी किल्लत सामने आई थी, तब से अस्पतालों में स्थायी आक्सीजन प्लांट की जरूरत महसूस की जा रही थी।
एलएनजेपी अस्पताल में इस सुविधा के शुरू होने से अब मरीजों की जिंदगी बचाने में समय की बचत होगी और बाहरी आपूर्ति पर निर्भरता खत्म हो जाएगी। इसके साथ ही अस्पताल का आर्थिक बोझ भी घटेगा।
पहले बाहर से जंबो सिलिंडर मंगाने में प्रतिदिन लाजिस्टिक खर्च और आपूर्ति जोखिम दोनों बने रहते थे। अब इन खर्चों में उल्लेखनीय कमी आएगी और अस्पताल आत्मनिर्भर बनेगा।
भविष्य की जरूरत को भी करेगा पूरा
अस्पताल के निदेशक डा. सरसीज नयनम ने बताया कि यह प्लांट ट्रायल रन में चालू हो गया है। बीएमएससीआइएल के अधिकारियों की ओर से निरीक्षण के बाद इसे पूरी तरह उपयोगी बना लिया जाएगा।
बीएमएससीआइएल की ओर से औपचारिक परीक्षण और हरी झंडी मिलते ही इसे स्थायी रूप से संचालन में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह प्लांट अस्पताल के लिए बड़ी उपलब्धि है। इससे मरीजों को निर्बाध आक्सीजन आपूर्ति मिलेगी और स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक सुदृढ़ होंगी।

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