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    बिहार में चार सौ से अधिक पंचायत भवनों का निरीक्षण कल, 110 इंंजीनियरों की बनी टीम

    By SUNIL RAAJEdited By: Akshay Pandey
    Updated: Thu, 26 Jun 2025 12:45 PM (IST)

    साढ़े चार सौ पंचायतों में निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवनों का निरीक्षण शुक्रवार को होगा। भवन निर्माण विभाग ने इस कार्य को प्राथमिकता में करने के लिए बकायदा इंजीनियरों का 11 टीमें भी बना ली हैं।

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    राज्य में पंजायत भवनों का निरीक्षण किया जाएगा। सांकेतिक तस्वीर।

    राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के 160 प्रखंडों की करीब साढ़े चार सौ पंचायतों में निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवनों का निरीक्षण शुक्रवार को होगा। सरकार के एक निर्देश के बाद भवन निर्माण विभाग ने इस कार्य को प्राथमिकता में करने के लिए बकायदा इंजीनियरों का 11 टीमें भी बना ली हैं।

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    त्रिस्तरीय पंचायत सरकार के चुने हुए प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय संचालित करने के लिए पंचायत सरकार भवनों का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा इन भवनों में ग्राम कचहरी के न्यायालय कक्ष, अभिलेखों के संरक्षण के लिए स्थान, स्टोर, पंचायत आम सभा व स्थायी समिति की बैठकों के लिए हाल भी होगा।

     

    पहले चरण में प्रदेश में करीब ढ़ाई हजार से अधिक पंचायत सरकार भवनों का निर्माण कराया जा रहा है। सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि भवनों को उच्च गुणवत्ता के साथ बनाया जाए। भवनों की गुणवत्ता जांच के लिए बकायदा बीच-बीच में औचक निरीक्षण की भी व्यवस्था है। इसी कड़ी में शुक्रवार को एक बार फिर भवनों की गुणवत्ता जांच के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है।

     

    विभाग ने पंचायत सरकार भवनों की गुणवत्ता जांच काम सही प्रकार से करने के लिए 110 सहायक अभियंताओं की अलग-अलग टीमें बनाई हैं। ये टीमें कुल 436 भवनों की जांच करेंगी। जिन अंचलों का चयन जांच के लिए किया गया है उनमें पटना सहित कुल 11 अन्य भवन अंचल हैं। इंजीनियरों का निर्देश दिए गए हैं कि वे जांच पूरी होने के साथ ही उसी दिन अपनी रिपोर्ट बनाकर सरकार को सुपुर्द करेंगे। जिसमें गुणवत्ता में क्या कमी पाई गई इसका पूरा विवरण देंगे।

     

    भवन अंचल और पंचायतों की संख्या जिनका होगा निरीक्षण

     

    पूर्णिया - 40, सहरसा - 36, दरभंगा - 52, मुजफ्फरपुर - 36, मोतिहारी - 36, छपरा - 32, आरा - 40, गया, मुंगेर - 27, भागलपुर - 40 और भवन अंचल पटना - 41 -- रिपोर्ट में ये तथ्य देने होंगे -- कार्य की भौतिक स्थिति, प्रयोगशाला जांच प्रतिवेदन, सीमेंट की गुणवत्ता, निर्माण सामग्री की गुणवत्ता, संपूर्णता में भवन निर्माण की ग्रेडिंग।