छठ के बाद काम पर लौटने की आपाधापी, पटना जंक्शन पर उमड़ी यात्रियों की भारी भीड़
छठ पर्व खत्म होने के बाद पटना जंक्शन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी। काम पर लौटने की आपाधापी में लोग परेशान हैं। ट्रेनों में जगह नहीं है और स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। रेलवे पुलिस बल और स्थानीय पुलिस यात्रियों की सुरक्षा में तैनात हैं ताकि भगदड़ से बचा जा सके।

छठ बाद पटना जंक्शन पर यात्रियों की भारी भीड़, लौटना हुआ मुश्किल
जागरण संवाददाता, पटना। छठ पूजा (Chhath Puja 2025) के समापन के बाद बिहार के श्रमिक और कामकाजी लोग अपने कार्यस्थलों की ओर लौटने लगे, जिससे पटना जंक्शन सहित कई स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। बुधवार को पटना, पाटलिपुत्र, राजेन्द्र नगर, दानापुर स्टेशनों पर दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में सबसे ज्यादा अफरा-तफरी दिखी।
पटना जंक्शन पर श्रमजीवी एक्सप्रेस के प्लेटफार्म नंबर 4 पर सुबह 10:30 बजे पहुंचते ही यात्री ट्रैक के दोनों ओर उतर गए। ट्रेन आते ही जनरल और स्लीपर कोच में घुसने की होड़ मच गई। जगह न मिलने पर कई यात्री पार्सल कोच में सवार हो गए। भीड़ इतनी थी कि 200 मीटर से ज्यादा लंबी कतारें लगी रहीं।
राजेंद्रनगर टर्मिनल से दिल्ली जाने वाली संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस में अनारक्षित टिकट लेकर चढ़ने की कोशिश में राजेंद्रनगर टर्मिनल पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हुई। पटना जंक्शन पहुंचते ही स्थिति और बिगड़ गई। कई यात्री जनरल कोच में नहीं चढ़ सके और प्लेटफार्म पर ही स्पेशल ट्रेन का इंतजार करने लगे।
रेलवे अधिकारियों को व्यवस्था संभालने में पसीने छूट गए। स्टेशन डायरेक्टर अरुण कुमार और आरपीएफ इंस्पेक्टर मौके पर यात्रियों को समझाते नजर आए। आरपीएफ की मदद से ही कोचों में प्रवेश कराया गया।
ट्रेनें रोकी गईं, वैक्यूम तक लगाया
श्रमजीवी, संपूर्णक्रांति, राजेंद्रनगर-एलटीटी, दानापुर-संघमित्रा, पाटलिपुत्र-एलटीटी जैसी ट्रेनों में स्लीपर से लेकर एसी कोच तक पूरी तरह भर गए। जो यात्री नहीं चढ़ पाए, उनके लिए ट्रेनों को एक-दो बार वैक्यूम लगाकर प्लेटफार्म पर रोका गया ताकि बाकी लोग सवार हो सकें। दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, रांची और कोटा जाने वाली ट्रेनों में यही हाल रहा।
टिकट काउंटरों पर वेटिंग की मार
कंफर्म टिकट की चाह में सुबह 10 बजे से ही पटना जंक्शन, दानापुर, पटना साहिब, फुलवारीशरीफ और पाटलिपुत्र के काउंटरों पर लंबी कतारें लगीं। तत्काल काउंटर खुलते ही तीसरे-चौथे यात्री को ही वेटिंग टिकट मिलने लगा। सबसे ज्यादा मांग दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, लखनऊ और कोलकाता रूट की थी। छठ के बाद काम पर लौटने की जल्दबाजी में टिकट विंडो खुलते ही वेटिंग लिस्ट शुरू हो गई।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।