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    Patna Nagar Nigam: बैठी रहीं मेयर, नहीं आए अधिकारी, 200 योजनाओं पर ग्रहण

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 08:33 AM (IST)

    पटना नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति की बैठक लगातार तीसरी बार स्थगित हो गई। महापौर सीता साहू और अन्य सदस्य अधिकारियों के न आने से नाराज थे। उन्होंने मुख्यमंत्री से शिकायत करने और धरना-प्रदर्शन करने की बात कही। महापौर ने नगर आयुक्त पर आनाकानी का आरोप लगाया और कहा कि इससे विकास कार्य बाधित हो रहा है।

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    बैठी रहीं मेयर, नहीं आए अफसर, 200 योजनाओं पर ग्रहण

    जागरण संवाददाता, पटना। नगर निगम सशक्त स्थायी समिति की बैठक लगातार तीसरी बार स्थगित हो गई। महापौर सीता साहू, उपमहापौर रेशमी चंद्रवंशी समेत सभी सदस्य इंतजार करते रह गए, लेकिन नगर आयुक्त या अन्य कोई अधिकारी बैठक में नहीं पहुंचे। तीन घंटे इंतजार के बाद बैठक फिर टल गई। इसको लेकर महापौर ने समिति सदस्यों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नाराजगी जताई।

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    कहा कि अधिकारी पहुंचे तो नहीं, किसी प्रतिनिधि को भी नहीं भेजा और न ही इसकी कोई सूचना दी। अब मुख्यमंत्री से मिलकर इसकी शिकायत की जाएगी। पार्षदों के साथ धरना-प्रदर्शन भी किया जाएगा। महापौर ने कहा कि पहले 26 अगस्त को बैठक का प्रस्ताव दिया गया था।

    तब नगर सचिव ने पत्र लिखकर बताया कि उस दिन मुख्यमंत्री का कार्यक्रम है, इसलिए अगली तिथि तय करें। तब उन्होंने छह सितंबर को बैठक निर्धारित की थी, लेकिन उस दिन कार्यसूची में अंकित दो सौ में से महज चार का संलेख दिया गया। साथ ही सशक्त स्थायी समिति व बजट की बैठकों की कार्यवाही भी नहीं दी गई। तब बैठक को स्थगित करते हुए 16 सितंबर की तिथि तय की गई।

    इसकी सूचना नगर सचिव ने 13 सितंबर को बैठक की सूचना भी सभी को भेजी। उस आलोक में मंगलवार को बैठक के लिए ससमय सभी पहुंच गए, लेकिन निगम प्रशासन की ओर से कोई नहीं पहुंचा। तीन घंटे इंतजार के बाद भी बैठक नहीं हो सकी।

    महापौर ने यह भी कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग ने उनपर बैठक नहीं बुलाने को लेकर कर्तव्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही का आरोप लगाया है, जबकि उनके पत्रांकों से स्पष्ट है कि बैठक बुलाने के बावजूद नगर आयुक्त आनाकानी करते हैं।

    उन्होंने कहा कि निगम के पदाधिकारियों के तानाशाही रवैये के कारण इससे विकास कार्य बाधित हो रहा है। उन्होंने मांग की कि बिहार सरकार इस मामले में अपने स्तर से कार्रवाई करे।

    सदस्य कुमार संजीत व विनोद कुमार ने महापौर से किए गए स्पष्टीकरण की जांच कनीय अधिकारियों से कराने की बात पर आपत्ति जताई। मौके पर सशक्त स्थायी समिति सदस्य कावेरी सिंह, श्वेता राय, कांति देवी, अनिता देवी व मनोज कुमार उपस्थित थे।