पटना में साईं मंदिर के सामने बड़ी गलती कर गया ये शातिर ठग, सीएम हाउस का नाम लेकर करता था खेल
विवेक कुमार ने बताया कि वर्तमान में वह महंता कालेज के समीप किराए पर रहता है। एक वर्ष पहले उनकी मुलाकात अनिल कुमार सिंह से हुई थी। उसने खुद को आइबी का आफिसर बता उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय में नौकरी लगाने का वादा किया था।

पटना, जागरण संवाददाता। पाटलिपुत्र थाना पुलिस ने आइबी और रा अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करने वाले शातिर ठग अनिल कुमार सिंह (40 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। नेहरू नगर निवासी आरोपित ने मनेर के रहने वाले एक व्यक्ति से सीएम हाउस में नौकरी लगाने के नाम से एक लाख रुपये ठगे थे। पुलिस की छापेमारी में आरोपित के घर से डीजीपी बिहार, सीएम हाउस और आइजीआइएमएस की फर्जी मोहरें सहित डिप्टी सीएम रेणु देवी का फर्जी लेटर हेड बरामद हुए हैं। आरोपित अलग-अलग तरीके से दर्जनों लोगों को ठग चुका है। एक मामले में यूपी में उसे जेल की सजा भी हो चुकी है।
- आइबी और रा अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करने वाला गिरफ्तार
- सीएम हाउस में नौकरी लगाने के नाम पर एक शख्स से ठगे थे एक लाख रुपये
- घर से बरामद हुई डीजीपी, सीएम हाउस और आइजीआइएमएस की मोहरें
दरअसल शुक्रवार की शाम पाटलिपुत्र कालोनी स्थित साईं मंदिर के समीप दो लोग झगड़ रहे थे। इसी दौरान दोनों में मारपीट शुरू हो गई। घटना की जानकारी के बाद पाटलिपुत्र कालोनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और झगड़ा कर रहे लोगों को छुड़ाया। पूछताछ में मूल रूप से मनेर निवासी विवेक कुमार ने बताया कि वर्तमान में वह महंता कालेज के समीप किराए पर रहता है। एक वर्ष पहले उनकी मुलाकात अनिल कुमार सिंह से हुई थी। उसने खुद को आइबी का आफिसर बता उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय में नौकरी लगाने का वादा किया था।
नौकरी लगवाने के लिए अनिल कुमार ने एक लाख रुपये और एक लैपटाप की मांग की थी। रुपये और लैपटाप लेने के बाद भी उसने नौकरी नहीं लगवाई। रुपये वापस मांगने पर उसने अपना मोबाइल फोन भी बंद कर लिया। पाटलिपुत्र थाना प्रभारी एसके शाही ने बताया कि आरोपित लंबे समय से ठगी कर चुका है। हालांकि एक को छोड़ अन्य किसी भी मामले की शिकायत पाटलिपुत्र थाने में नहीं की गई है।

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