छात्रा की मौत के बाद सतर्क हुआ शिक्षा विभाग, अब स्कूलों में हर दिन दो बार की जाएगी बच्चों के बस्ते की जांच
पटना के एक स्कूल में छात्रा की दुखद मौत के बाद जिला शिक्षा विभाग ने स्कूलों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं। अब सभी सरकारी स्कूलों में छात्रों के बस्ते दिन में दो बार जांचे जाएंगे। आपत्तिजनक सामग्री मिलने पर छात्रों की काउंसलिंग की जाएगी और अभिभावकों को सूचित किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, पटना। चितकोहरा स्थित कन्या मध्य विद्यालय अमलाटोला में पांचवीं कक्षा की छात्रा की जलकर मौत की घटना के बाद अब स्कूलों में सावधानी बरतने और बच्चों की गतिविधियों पर सख्त नजर रखी जाएगी।
जिले के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के बस्ते की प्रतिदिन दो बार जांच की जाएगी। जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों, विद्यालय अवर निरीक्षक और स्कूलों के प्रधान शिक्षक एवं प्रधानाध्यापकों को विद्यार्थियों के बस्ते की जांच सुनिश्चित करने को कहा गया है।
स्कूल के शिक्षक चेतना सत्र के बाद और छुट्टी होने से पहले वाली घंटी में बच्चों के बस्ते की जांच करेंगे। इसमें शिक्षक वर्ग मानिटर का सहयोग ले सकते हैं।
बच्चों के बस्ते की जांच के दौरान और किसी बच्चे के पास पाठ्य पुस्तक, उससे संबंधित सामग्री व लंच बाक्स के अलावा अन्य आपत्तिजनक सामान मिलता है तो इसकी सूचना वर्ग शिक्षक प्रधानाध्यापक को देंगे।
इसके साथ ही उस बच्चे की काउंसलिंग की जाएगी और इसकी सूचना अभिभावक को दी जाएगी। सुरक्षित शनिवार के तहत शिक्षक-अभिभावक संगोष्ठी में अभिभावकों को भी अपने बच्चों पर नजर रखने के लिए कहा जाएगा।
बच्चों की काउंसलिंग के दौरान उसकी मन: स्थिति को समझा जाएगा। कोई बच्चा कक्षा में सबसे अलग या स्वभाव में परिवर्तन दिखता है तो शिक्षक मामले की जांच करेंगे।
काउंसलिंग के अलावा बच्चों की विभिन्न समस्याओं के निदान के लिए तनाव प्रबंधन थीम पर सप्ताह में एक दिन विशेष कार्यक्रम आयोजित होगा।
चेतना सत्र के दौरान भी बच्चों की गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। कोई बच्चा बीमार है तो उसे शिक्षक की निगरानी के घर भेजा जाएगा और इसकी जानकारी अभिभावक को फोन से दी जाएगी।
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