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    Patna News: भीषण जाम से कराह रहे हर दिन हजारों लोग, दशकों बाद भी नहीं निकला हल

    Updated: Sat, 01 Nov 2025 04:40 AM (IST)

    पटना में भीषण जाम से हर दिन हजारों लोग परेशान हैं। दशकों बाद भी इस समस्या का कोई हल नहीं निकला है। शहर के मुख्य मार्गों पर घंटों जाम लगा रहता है, जिससे लोगों को भारी परेशानी होती है। प्रशासन की उदासीनता के कारण समस्या जस की तस बनी हुई है। लोगों का आरोप है कि प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है।

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    पटना साहिब विधान सभा क्षेत्र में दशकों बाद भी सड़क जाम की समस्या एक बड़ा मुद्दा। फोटो जागरण

    अहमद रजा हाशमी, पटना सिटी। पटना साहिब विधान सभा क्षेत्र में दशकों बाद भी सड़क जाम की समस्या एक बड़ा मुद्दा है। मुख्य सड़क अशोक राजपथ के उत्तर व दक्षिण में बसी घनी आबादी के हजारों लोग हर दिन लगने वाले भीषण जाम से कराह रहे हैं।

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    यहां दर्जनभर मंडियों में कारोबार पर असर पड़ रहा है। मरीज समय पर अस्पताल और परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र नहीं पहुंच पा रहे हैं। दफ्तर और काम पर जाने वालों को आज भी दो घंटा पहले घर से निकलना पड़ रहा है।

    स्कूली बच्चे जाम में फंस कर दोपहर की जगह शाम में घर पहुंच रहे हैं। जाम समस्या से तंग आकर कई परिवार पटना सिटी से पलायन कर गया। इस विधान सभा क्षेत्र में गायघाट से दीदारगंज के बीच जेपी गंगा पथ और गंगा किनारे सड़क बन जाने के बाद भी जाम की समस्या कम नहीं हुई है। स्थिति पहले जैसी बनी हुई है।

    जाम के कई नए जोन विकसित होने के कारण परेशानी बढ़ती जा रही है। पांच मिनट की दूरी तय करने में एक घंटा से अधिक समय लग रहा है। जाम लगने के कई कारण हैं।

    स्थानीय नागरिक मोहम्मद जावेद ने कहा कि पटना साहिब क्षेत्र में यातायात व्यवस्था ध्वस्त है। यहां की अतिगंभीर हो चुकी जाम समस्या के समाधान को लेकर कभी कोई प्रयास नहीं किया गया। क्षेत्र में दो यातायात डीएसपी कार्यरत हैं। फिर भी यातायात नियमों का कहीं कोई पालन नहीं होता है।

    भूषण माली ने कहा कि हर चौक चौराहे पर वाहन जांच के नाम पर केवल लोगों को परेशान कर पुलिस वसूली में जुटी रहती है। हर जगह पुलिस कर्मियों को तैनात कर यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए तो जाम की समस्या का समाधान संभव है। धर्मेंद्र मुन्ना ने कहा कि जाम के लिए नगर निगम जिम्मेदार है।

    पटना सिटी क्षेत्र का अशोक राजपथ अतिक्रमण से संकीर्ण हो चुका है। सड़क पर ही दुकानें पसर जाती हैं। सड़क किनारे ही वाहनों का पड़ाव होता है। सुदर्शन पथ का भी यही हाल है।

    गौरी कुमारी ने कहा कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर नगर निगम द्वारा अभियान चलाने की केवल औपचारिकता पूरी की जा रही है। अभियान चलने के कुछ घंटे बाद ही पूर्व की तरह की सड़क पर अतिक्रमण फैल जाता है। सुनीता देवी ने कहा कि लोगों के पैदल चलने के लिए पटना साहिब क्षेत्र में फुटपाथ है ही नहीं।

    मजबूरी में लोग सड़क पर चलते हैं। महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी होती है। विजय कुमार सिंह ने कहा कि गायघाट से सिटी कोर्ट होते हुए एनएमसीएच जाने वाले मार्ग में अब भीषण जाम लगने लगा है।

    इस रास्ते मरीजों को अस्पताल पहुंचने में परेशानी होती है। हर दिन इस मार्ग पर एंबुलेंस जाम में फंसी रहती है। अनिल रश्मि ने कहा कि इसी तरह आलमगंज इलाके में त्रिपोलिया, पत्थर की मस्जिद, सुलतानगंज से लेकर महेंद्रू तक अशोक राजपथ पर जाम लगता है।

    गर्भवती व मरीज को त्रिपोलिया अस्पताल, पीएमसीएच ले जाने में समस्या होती है। इस क्षेत्र के लोगों के लिए गायघाट आकर जेपी गंगा पथ के रास्ते अस्पताल पहुंचना आसान नहीं।

    आलोक साह ने कहा कि पश्चिम दरवाजा, मच्छरहट्टा, चौक, झाऊगंज, हाजीगंज, मंसूरगंज, मारूफगंज, मालसलामी, पूरब दरवाजा, दलहट्टा, गुरहट्टा, चौक शिकारपुर, मेहंदीगंज गुमटी, गुलजारबाग आदि मंडियों में यातायात पुलिस की तैनाती होनी चाहिए। अन्य नागरिकों ने कहा कि यातायात पुलिस और नगर निगम को साथ मिल कर प्रशासनिक सहयोग से योजनाबद्ध से लगातार अभियान चलाना होगा तभी जाम की समस्या का समाधान संभव है।