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    शांतिपूर्ण माहौल में पूरी हुई मतगणना; जीत की खुशियों से गूंजे कुछ चेहरे, तो कहीं हार की मायूसी ने घेरा

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 08:48 AM (IST)

    पटना जिले में विधानसभा चुनाव की मतगणना शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। सुबह मतगणना केंद्रों पर भारी भीड़ थी, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था सख्त थी। शुरुआती रुझानों में उत्साह था, पर दोपहर तक स्थिति स्पष्ट होने पर कुछ में मायूसी छा गई। जिलाधिकारी ने बताया कि मतगणना पारदर्शी और सुरक्षित रही। शाम तक सभी विजयी प्रत्याशियों को प्रमाणपत्र मिल गए।

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    जीते प्रत्याशियों के समर्थक ने आतिशबाजी, ढोल-ताशे बजने के साथ मिठाइयां बांटी

    जागरण संवाददाता, पटना। जिले की 14 सीटों पर विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शांतिपूर्ण माहौल में शुक्रवार शाम मतगणना प्रक्रिया पूरी होने के साथ संपन्न हो गया। सुबह मतगणना केंद्र एएन कॉलेज पर कर्मचारियों, प्रत्याशियों व उनके समर्थकों की भारी भीड़ लगी रही। इसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्थाओं को बेहद सख्त कर रखा था।

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    बिना पहचान पत्र या जांच के किसी को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम डा. त्यागराजन एसएम, सब इलेक्शन अफसर अनिल पटेल, जिला इलेक्शन अफसर आशुतोष राय, सभी निर्वाची पदाधिकारी, सहायक निर्वाची पदाधिकारी, डीपीआरओ लोकेश कुमार झा, मुस्तफा आदि समुचित व्यवस्था करने में सक्रिय थे।

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    मतगणना के शुरुआती 10 से 15 चरणों तक कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा था, लेकिन पौने 12 बजते-बजते कुछ को छोड़ दें तो अन्य सीटों की स्थिति स्पष्ट होने लगी थी। इसी के साथ मतगणना केंद्र के चारों ओर आतिशबाजी शुरू हो गई। साथ ही शुरू हो गया मायूस प्रत्याशियों व उनके समर्थकों की वापसी का दौर।

    तीन बजे तक प्रत्याशियों व समर्थकों की भीड़ इतनी कम हो गई कि जिला प्रशासन ने रिजर्व फोर्स व मतगणना कर्मियों को घर जाने के लिए विरमित कर दिया। इस बीच एक ओर आतिशबाजी, ढोल-ताशे बजने के साथ मिठाइयां बांटी जा रही थीं तो दूसरी ओर हारे प्रत्याशियों के समर्थक मायूसी के कारण घर चले गए।


    डीएम ने बताया कि मतगणना प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। संवेदनशील क्षेत्रों में एहतियातन सुरक्षा उपाय किए गए थे, लेकिन सभी के सहयोग से पूरा चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ।

    मतगणना पर भी किसी की आपत्ति नहीं प्राप्त हुई। इसके कारण ईवीएम या वीवीपैट से क्रास चेक करने की नौबत नहीं आई। सुबह पांच बजे से प्रत्याशियों व उनके अभिकर्ताओं को बुलाया गया था, इस कारण वे रात भर नहीं सोए थे। 12 बजे तक जैसे ही सभी सीटों की स्थिति स्पष्ट होने लगी मायूसी के कारण थकान साफ झलकने लगी थी। जैसे-जैसे रुझान स्पष्ट होते गए, मतगणना परिसर खाली होता गया।

    डीएम ने बताया कि आकस्मिक स्थितियों से निपटने के लिए तैनात रिजर्व फोर्स को दोपहर तीन बजे विरमित कर दिया गया, क्योंकि मतगणना केंद्रों पर पूर्ण शांति थी और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं थी। डीएम ने कहा कि मतगणना कर्मियों, पुलिस बल और सभी लोगों ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया की मर्यादा बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

    दो घंटे के अंतराल में सभी विजेताओं को मिल गया प्रमाणपत्र

    जिले की 14 विधानसभा सीटों की मतगणना रिकॉर्ड शाम पांच बजे तक पूरी हो गई। सात बजते बजते सभी प्रत्याशियों को प्रमाणपत्र दे दिया गया। अनंत कुमार सिंह की जगह उनके अभिकर्ता ने प्रमाणपत्र लिया।

    सब इलेक्शन अफसर अनिल पटेल ने बताया कि परिणाम की घोषणा होने के बाद जैसे ही निर्वाची पदाधिकारियों के हस्ताक्षर हुए सभी प्रत्याशियों को प्रमाणपत्र लेने के लिए आमंत्रित किया गया। सभी विजयी प्रत्याशियों या उनके अभिकर्ता को समय पर प्रमाणपत्र उपलब्ध करा दिया गया।