Nitish Kumar: शपथ ग्रहण समारोह में हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे PM मोदी, छोटी दूरी के लिए हवाई मार्ग चुनने का क्या रहा कारण?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे। सुरक्षा कारणों और समय की बचत को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। सड़क मार्ग की तुलना में हवाई मार्ग अधिक सुरक्षित है और इससे यातायात व्यवस्था भी प्रभावित नहीं होती।

गांधी मैदान में हो रही सुरक्षा जांच और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। जागरण आर्काइव
जागरण संवाददाता, पटना। Nitish Kumar's swearing-in: गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्रीमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी शामिल हो रहे है।
गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, त्रिपुरा सीएम माणिक साहा बुधवार की शाम ही पटना पहुंच गए।
PM Modi हवाई जहाज से पटना एयरपोर्ट पर उतरेंगे। वहां से हेलीकॉप्टर से वे सीधे समारोह स्थल पर उतरेंगे। गांधी मैदान में इसके लिए तीन हेलीपैड बनाए गए हैं।
बताया जाता है कि समारोह में आनेवालों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसको देखते हुए पीएम सड़क मार्ग के बजाए हवाई मार्ग से आएंगे। इससे यातायात व्यवस्था प्रभावित नहीं होगी।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर
देर शाम हेलीपैड से शपथ ग्रहण समारोह स्थल कारकेड भी निकला। इधर गांधी मैदान में अंदर से बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।
तीन हजार से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ दस कंपनी अर्द्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है। दूसरे जिले और पुलिस मुख्यालय से भी कई पुलिस अधिकारी ड्यूटी में लगाए गए हैं।
वीवीआईपी व वीआईपी के आगमन को देखते हुए पटना जंक्शन, बस स्टेशन से लेकर आसपास के आटो स्टैंड और सार्वजनिक स्थलों की सघन जांच की जा रही है।
होटल और लाॅज के हरेक कमरे की तलाशी जा ही है। वहां के कर्मियों से लेकर ठहरने वालों का सत्यापन किया जा रहा है। बम और श्वान दस्ता भी साथ में सामान की जांच में जुटी है।
गांधी मैदान के चारों तरफ हरेक इमारत पर सादे लिबास में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उंची इमारतों के गेट पर ही पुलिस आने जाने वालों के सामानों की जांच करती रही।
पुलिस ड्रोन से भी नजर रखेगी। तीन सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरों को कंट्रोल रूम से जाेड़ा गया है। कंट्रोल रूप में पुलिस पदाधिकारियों की संख्या बढ़ा दी गई है।
गांधी मैदान के उन सभी गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं, जहां से प्रवेश होना है। बिना जांच के कोई भी अंदर प्रवेश नहीं कर सकता है। सभी गेट पर अतिरिक्त बल के साथ ही पुलिस पदाधिकारी रहेंगे।
तीन दिनों से जांच में जुटी बम निरोधक दस्ता और डाग स्क्वाड
गांधी मैदान आम लोगों के लिए 17 नवंबर से ही बंद कर दिया गया है। इसके बाद वहां अस्थायी थाना खोला गया, जहां पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई।
इसके साथ ही बम निरोधक दस्ता और डाग स्क्वाड वहां के हरेक कोना की जांच कर रही है। गांधी मैदान के बाहर भी चारों तरफ बम निरोधक दस्ता और डाग स्क्वाड से जांच-पड़ताल होती रही।
गांधी मैदान की तरफ आने वाले सभी मार्ग पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। वहां पुलिस बल की तैनाती की गई है। आसपास के ठेला, खोमचा से लेकर आटो और अन्य वाहनों का हटा दिया गया।
किसी प्रकार के वाहनों के गांधी मैदान के बाहर पार्किंग करने की अनुमति नहीं है। त्रिस्तीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। गेट के अंदर भी बैरिकेडिंग की गई है।

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