पटना गांधी बनेगा अयोध्या, अनोखे अंदाज में होगा रावण दहन कार्यक्रम, पुनौरा धाम के तर्ज होगा मंच
पटना में विजयादशमी के अवसर पर गांधी मैदान में रावण दहन का 70वां आयोजन होगा। श्री दशहरा कमेटी ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 12 दिवसीय रामलीला का मंचन होगा जिसके लिए विशेष मंच बनाया गया है। वृंदावन के कलाकार रामलीला को जीवंत करेंगे और मैदान को अयोध्या के रूप में सजाया जाएगा।

प्रभात रंजन,पटना। धर्म की अधर्म पर विजय का पर्व विजयादशमी पर रावण दहन कार्यक्रम इस बार दो अक्टूबर को गांधी मैदान में मनाया जाएगा। सात दशकों से चली आ रही परंपरा के तहत श्री दशहरा कमेटी ट्रस्ट की ओर से इस बार 70वां रावण दहन कार्यक्रम बेहद खास होगा।
रामायण के पात्रों पर आधारित गांधी मैदान का द्वार होगा। गांधी मैदान में आयोजित 12 दिवसीय रामलीला को लेकर मुख्य मंच जानकी मंदिर पुनौरा धाम के तर्ज पर बनेगा। जानकी मंदिर की प्रतिकृति आठ फीट ऊंची और 12 फीट चौड़ा होगी।
रामलीला के दौरान जनकपुर से आए पुरोहित 10 दिनों तक यहां पर विधि-विधान के साथ पूजन करेंगे। भक्तों के लिए यहां पर दान पात्र रहेगा। दान में आई राशि को जानकी मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट की ओर से दिया जाएगा।
रामलीला को जीवंत बनाने को लेकर वृंदावन के श्रीराधा सर्वेश्वर ब्रज सांस्कृतिक कला अकादमी के कलाकार रामायण के पात्रों को मंच पर जीवंत करेंगे। 22 सितंबर को मंच पर श्रीगणेश, हनुमत पूजन के बाद नारद मोह प्रसंग को साकार किया जाएगा।
श्री दशहरा कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि रामलीला के दौरान गांधी मैदान अयोध्या बनेगा। गांधी मैदान के सभी द्वार रामायण के पात्रों पर तैयार होगा। मैदान का मुख्य द्वार अयोध्या के नाम पर होगा। जबकि, अन्य द्वार श्रीराम, लक्ष्मण, हनुमान, सीता, दशरथ आदि के नाम पर होगा। इन द्वारों को फूलों व रंगीन बल्बों के साथ भव्य रूप से सजाया जाएगा।
बच्चों के बीच होगी प्रतियोगिता
गांधी मैदान में प्रतिदिन होने वाले रामलीला के दौरान बच्चों के बीच रामायण से जुड़ी प्रतियोगिता होगी। सही जवाब देने वाले बच्चों को ट्रस्ट की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा। शाम चार बजे से छह बजे तक भजन प्रतियोगिता के दौरान चार से छह वर्ष आयु वाले प्रतिभागी हनुमान चालीसा सुनाएंगे। उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा। ट्रस्ट का उद्देश्य बच्चों में संस्कार देने के साथ उन्हें आदर्श नागरिक बनाने का है।
राजसी ठाठ-बाट में दिखेगा रावण
रामलीला व रावण दहन कार्यक्रम को लेकर कला संस्कृति एवं युवा विभाग का सहयोग मिला है। ट्रस्ट के चेयरमैन कमल नोपानी के अनुसार रावण दहन कार्यक्रम लोगों को आकर्षित करेगा। रावण की प्रतिकृति भव्य बनेगी। दोनों आंखों से अंगारे निकलेंगे। कानों से रंगीन धुआं निकलेगी। नाभि से अमृत जैसे जल की वर्षा होगी। रावण के सिर घूमता नजर आएगा। जो दर्शकों को मोहित करेगा।
अंत में पटाखे की आवाज लोगों को सुनाई पड़ेगी। पुतलों के चेहरे स्पेशल डाई मशीन से बनाए जाएंगे। रावण की पोशाक में राजसी ठाठ-बाट झलकेगा। पैरों में नगाड़े, कमर पर तलवार की म्यान होगी। छाती पर चमकदार कवच आकर्षण का केंद्र होगा। आयोजन को लेकर लगभग 40 लाख रुपये से अधिक पैसे खर्च होने की संभावना है।
आगरा के कारीगरों द्वारा पुतलों का निर्माण
रावण दहन कार्यक्रम को यादगार बनाने को लेकर इस बार आगरा के कारीगरों द्वारा पुतलों का तैयार किया जाएगा। कार्यक्रम के संयोजक मुकेश नंदन ने बताया की कारीगर असगर अली 15 कारीगरों की टीम के साथ कार्य करेंगे।
इस बार पूरा कार्यक्रम रिमोट कंट्रोल के जरिए संचालित होगा। 80 फीट रावण का पुतला, 75 फीट ऊंचा मेघनाथ का पुतला और 70 फीट कुंभकर्ण का पुतला होगा। आयोजन को सफल बनाने में कमेटी के महासचिव आरसी मल्होत्रा, कोषाध्यक्ष डा. धनंजय कुमार, आशा गुप्ता, प्रिंस राजू, सुषमा साहू, सुजय राजू आदि का सहयोग रहेगा।
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