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    Bihar Politics: बिहार चुनाव के बीच एक्शन में लालू-तेजस्वी, विधायक समेत 9 नेताओं को पार्टी से निकाला

    Updated: Wed, 29 Oct 2025 07:41 PM (IST)

    राजद ने विधायक फतेह बहादुर समेत नौ नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है, क्योंकि वे पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी आचरण के कारण यह कार्रवाई की।

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    तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव। PTI

    राज्य ब्यूरो, पटना। राजद ने विधायक फतेह बहादुर समेत 9 नेताओं को छह वर्षों के लिए दल की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने बुधवार को यह जानकारी दी।

    निष्कासित किए गए नेताओं में पूर्व विधायक पप्पू खां एवं रियाजुल हक राजू भी शामिल हैं। ये तीनों दल के अधिकृत उम्मीदवार के विरूद्ध चुनाव लड़ रहे हैं।

    इनके अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार, प्रदेश महासचिव आमोद कुमार मंडल, प्रदेश राजद महिला प्रकोष्ठ की महासचिव जिप्सा आनंद, क्रियाशील सदस्य विरेंद्र कुमार शर्मा एवं राजीव रंजन ऊर्फ पिंकू को भी निष्कासित किया गया है। मंडल ने बताया कि यह कार्रवाई अनुशासनहीनता एवं दल विरोधी आचरण के आधार पर हुई है।

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    एनडीए नेताओं के पास न कोई विजन नहीं: राजद

    दूसरी ओर, राजद ने कहा है कि पिछले 20 वर्षों की एनडीए की नकारात्मक राजनीति के कारण बिहार बर्बाद हो गया है। महागठबंधन द्वारा जारी ''तेजस्वी प्रण'' पर एनडीए नेताओं की प्रतिक्रिया उनके मानसिक दिवालियापन का प्रमाण है। एनडीए के पास बिहार के लिए कोई विजन नहीं है।

    राजद के प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन ने अपने विजन और मिशन को ''तेजस्वी प्रण'' के रूप में सार्वजनिक किया है। यह संकल्प पत्र दलों और दिलों का प्रण है। एक-एक घोषणा दिल से लिया हुआ प्रण है। अपने हर प्रण को प्राण झोंक कर भी पूरा करने का दृढ़ संकल्प है। घोषणाओं को लागू करने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार है।

    उन्होंने कहा कि आईएनडीआईए की ओर से भावी मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जनहित में जो घोषणाएं की हैं, वह आम जनजीवन से इतना जुड़ा हुआ है कि अब सबकी जुबान पर है। हर घर एक सरकारी नौकरी, पुरानी पेंशन स्कीम, संविदा राज की पूर्ण समाप्ति, संविदाकर्मियों को स्थाई नौकरी, हर अनुमंडल में एक महिला डिग्री कालेज आदि ऐसे वायदे हैं जो बिहार के नवनिर्माण में मदद करेंगे।

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