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    Rohini Acharya: च‍िराग पासवान ने की भगवान से प्रार्थना, भाजपा-जदयू नेताओं ने लालू-राबड़ी को दी नसीहत

    By Sunil Raj Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Sun, 16 Nov 2025 09:59 PM (IST)

    रोहिणी आचार्या की बगावत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस बीच विपक्षी दलों भाजपा, जदयू व लोजपा आर के नेताओं ने इस मामले पर बयान दिया है। लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को परिवार में एकता बनाए रखने की नसीहत दी है।

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    रोहिणी आचार्य मामले में आई प्रत‍िक्र‍िया। जागरण आर्काइव

    राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव में बड़ी पराजय के बाद से ही लालू प्रसाद के परिवार के भीतर कलह का माहौल बना हुआ है।

    लालू प्रसाद (RJD Supremo Lalu Prasad) को किडनी देकर पहली बार चर्चा में आई लालू पुत्री रोहिणी आचार्य ने पारिवारिक विवाद के बाद अचानक राजनीतिक संन्यास लेने और इसके बाद घर छोड़ कर सबको चौका दिया।

    रोहिणी के आरोप हैं कि परिवार में उनका अपमान हुआ है, जिसके बाद उन्होंने घर छोड़ने का निर्णय लिया है। उन्‍होंने तेजस्‍वी यादव समेत उनके करीबि‍यों पर आरोप लगाया है। 

    लालू परिवार में पड़ी फूट को लेकर जहां एक ओर लालू परिवार लोगों की चर्चा के केंद्र में है तो दूसरी ओर सत्ता पक्ष को बैठे-बैठे लालू प्रसाद पर हमले का मौका मिल गया है। कई दल अचानक रोहिणी आचार्य के समर्थन में कूद गए हैं।

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    चिराग बोले, पारिवारिक विवाद जल्द सुलझे 

    लोजपा रामविलास के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने लालू परिवार में चल रहे घमासान को लेकर कहा कि वे इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।

    हमारे राजनीतिक मतभेद हैं परंतु मैंने हमेशा लालू प्रसाद के परिवार को अपना परिवार माना है। उन्होंने कहा कि वे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि यह पारिवारिक विवाद जल्द से जल्द सुलझे।

    केंद्रीय मंत्री ने कहा- घर में एकता बनी रहती है तो इंसान बाहर कठिन परिस्थितियों से लड़ लेता है। ऐसे में यह बेहद मुश्किल स्‍थ‍िति‍ है। 

    रूडी बोले, निराशा से गुजर रही हैं रोहिणी 

    इससे पहले भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने इसे लालू परिवार का निजी मामला बताते हुए कहा कि शायद रोहिणी किसी गहरी निराशा से गुजर रही हों।

    लेकिन इतना तो तय है कि राजद बिखराव के दौर से गुजर रहा है। यह संकेत पार्टी के लिए अच्छे नहीं हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि परिवार का टूटना किसी भी सूरत में उचित नहीं है। 

    लालू-राबड़ी को इसे संभालने की जरूरत है क्योंकि ऐसी दरारें आगे बड़ी राजनीतिक विडंबना का रूप ले सकती हैं।

    लालू पर राजनीति के धृतराष्ट्र बनने का आरोप 

    भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव के आर्थिक प्रबंधन से जुड़े लोग परिवार से ज्यादा प्रभावशाली हो गए हैं।

    वे लोग और गलत तरीके से पैसे कमाने में लगे हैं जिसका असर अब परिवार की एकता पर पड़ रहा है। जबकि जदयू नेता नीरज कुमार ने रोहिणी आचार्य के दर्द को गंभीर बताते हुए सवाल उठाया कि एक बेटी जिसने पिता की जान बचाई, उसकी अनदेखी क्यों हो रही है।

    उन्होंने लालू पर राजनीति के धृतराष्ट्र बनने का आरोप लगाया और कहा कि यह दूसरी घटना है। पहले ऐश्वर्या राय और अब रोहिणी।

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    अस्थिरता पार्टी और परिवार के लिए नुकसानदेह : रामकृपाल 

    भाजपा के वरिष्ठ नेता और दानापुर विधायक रामकृपाल यादव कहा कि यह लालू परिवार का अंदरुनी मामला है। लालू प्रसाद के परिवार में जिस प्रकार से विवाद बढ़ रहे हैं वह अस्थिरता पार्टी और परिवार दोनों के लिए नुकसानदेह है।

    उनके अनुसार, परिवार में एक व्यक्ति के बढ़ते प्रभाव के कारण पूरा पारिवारिक और राजनीतिक ढांचा कमजोर होता जा रहा है।