Bihar Sand: बिहार में बालू के साथ गिट्टी की कमी, अन्य राज्यों से मंगाने की तैयारी
बिहार में एक तरफ बालू माफिया पूरी तरह से एक्टिव हैं। वहीं दूसरी तरफ राज्य में बालू के साथ गिट्टी की भी कमी होने की बात आ रही है। ऐसे में राज्य सरकार दूसरे राज्यों से बालू और गिट्टी मंगाने की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि मानसून की वजह से बालू खनन का काम ठप है। इस वजह से रेत की कमी हुई है।

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य की नदियों से बालू खनन बंद है। मानसून की अवधि में बालू खनन पर रोक होने की वजह से पहले से बालू की कमी है। इस बीच गिट्टी (स्टोन चिप) की कमी की शिकायत भी सरकार तक पहुंची है। जिसके बाद अन्य राज्यों से स्टोन चिप मंगाने का प्रस्ताव पास किया गया है।
खान एवं भू-तत्व विभाग के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्टोन चिप की कमी होने के बाद हाल ही में नार्थ बिहार स्टोन चिप्स मर्चेन्ट एसोसियेशन के प्रतिनिधि मंडल ने सरकार से मिल उसे अपनी समस्या बताई थी।
साथ ही पूर्व से लागू व्यवस्था के तहत स्टोन चिप की आपूर्ति अन्य राज्यों से करने की अनुमति मांगी। प्रतिनिधि मंडल का सुझाव था कि अन्य राज्यों से स्टोन चिप की आपूर्ति मालगाड़ी के रैक से कराने की अनुमति दी जाए।
ट्रेन रैक से स्टोन चिप मंगाने से इसकी कीमत काफी कम रहती है। जबकि अन्य संसाधन से इसे मंगाने पर कीमतों में उछाल संभव है।
रखी गई है ये शर्त
विभाग ने इस आग्रह के बाद अन्य राज्यों से गिट्टी की आपूर्ति पर सहमति तो दे दी लेकिन शर्त यह रखी गई है कि गिट्टी भंडारण के लाइसेंसधारी अपने स्टॉकिस्ट की पहचान (आइडी ) से विभागीय पोर्टल पर इसकी मात्रा और स्रोत का उल्लेख कर आवेदन देंगे।
इसके साथ जिस स्थल (राज्य) से चालान निर्गत हुआ है, उसकी प्रति, इ-वे बिल की प्रति और रेलवे रसीद- वैगनवार विवरण के साथ भी एक ही बार में अपलोड करेंगे।
गिट्टी प्राप्त होने की जानकारी संबंधित जिले के खनिज विकास पदाधिकारी को देंगे। इस आधार पर संबंधित खनिज विकास पदाधिकारी या खान निरीक्षक, आवेदन की जांच के बाद अधिकतम दो कार्यालय दिवस में संबंधित राज्य की वेबसाइट से सत्यापन करेंगे।

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