Bihar News: खड़गपुर झील कटेगरी-2 में शामिल एकमात्र डैम, सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो होगी किरकरी
बिहार की खड़गपुर झील, जो कटेगरी-2 में शामिल एकमात्र डैम है, तत्काल सुधार की मांग कर रही है। जर्जर हालत में होने के कारण इसके टूटने का खतरा है, जिससे ब ...और पढ़ें

खड़गपुर झील। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, पटना। इस वर्ष बाढ़ के दौरान कुछ जगह तटबंध टूटे और उससे त्राहिमाम की स्थिति बनी। जल संसाधन विभाग के स्तर से तत्काल तटबंधों की मरम्मत हुई और दोषियों के विरुद्ध फौरी तौर पर कार्रवाई भी। तटबंधों में टूट व रिसाव के कई कारण होते हैं, उनमें से एक मूल्यांकन में चूक भी होती है।
बिहार में अभी कुल 35 बांध (डैम व बराज) ऐसे हैं, जिनकी वर्ष में दो बार मूल्यांकन कर रिपोर्ट बन रही है। उसी आधार पर उनकी मरम्मत आदि भी होती है। बहरहाल किसी बांध की स्थिति अतिशय चिंतनीय तो नहीं, लेकिन खड़गपुर झील डैम में उपचारात्मक उपाय आवश्यक है। यह लगभग 150 वर्ष पुरानी हो गई।
केंद्रीय जल आयोग द्वारा निर्धारित श्रेणी-2 में बिहार से यह एकमात्र बांध है। श्रेणी-3 में 26 बांध हैं, जो वर्ष भीतर छोटे उपचारात्मक उपायों से दुरुस्त हो जाने वाले हैं। जल संसाधन विभाग द्वारा बांधों की सुरक्षा से संबंधित रिपोर्ट में इसका उल्लेख है, जो विधान मंडल में प्रस्तुत हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय जल आयोग द्वारा बांधों की सुरक्षा स्थिति की तीन श्रेणियां निर्धारित हैं। यह निर्धारण नुकसान की आशंका और मरम्मत की संभावना के आधार पर हुआ है। श्रेणी-1 में वैसी कमियां हैं, जो विफलता का कारण बन सकती हैं। श्रेणी-2 में प्रमुख कमियां, जिनमें शीघ्र उपचारात्मक उपाय आवश्यक हैं।
श्रेणी-3 में लघु उपचारात्मक उपाय, जो वर्ष के दौरान सुधार योग्य हैं। नियमानुसार राज्य बांध सुरक्षा संगठन और बांध सुरक्षा इकाई के पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से वर्ष में दो बार बांधों का निरीक्षण होना है। मानसून से पहले और मानसून के बाद। उसी रिपोर्ट के आधार मरम्मत आदि का काम होता है।
बिहार में पांच वर्ष पहले तक बांधों की संख्या 28 ही थी। पुरैनी जलाशय, रा वाटर, अमहरा डैम, मध्यागिरि डैम, डकरा जलाशय, पुनपुन बराज और सोन बराज बाद में जुड़े। अब संख्या 35 हो गई है, जिनमें 31 डैम और चार बराज हैं। 29 डैम मिट्टी से बने हैं, जबकि कोहिरा डैम ग्रेविटी सह मिट्टी डैम है। रा वाटर जलाशय कंक्रीट निर्मित है। कुंडघाट डैम और पुनपुन बराज अभी निर्माणाधीन हैं।
बांधों की सुरक्षा स्थिति
श्रेणी-1 : कोई बांध नहीं
श्रेणी-2 : खड़गपुर झील डैम
श्रेणी-3 : ओढ़नी, बिलासी, चंदन, जालकुंड, सतघरवा, बटुआ, बेलहरना, ओजन, बासकुंड, अपर किऊर, नागी, नकटी, अमृति, श्रीखंडी, मोरवे, फुलवरिया, जाब, ताराकोल, कोलमहादेव, कैलाशघाटी, कोहिरा, दुर्गाावती, गंगाजी राजगृह जलाशय, गंगाजी गया जलाशय, कोसी बराज व गंडक बराज

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