Dhamdaha Assembly Election: धमदाहा में राजद को होगी मुश्किल, टिकट के लिए दावेदारों की लंबी फेहरिस्त
पूर्णिया के धमदाहा विधानसभा क्षेत्र में राजद के लिए दावेदारों की लंबी कतार है। पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री जैसे दिग्गजों के प्रतिनिधित्व वाले इस क्षेत्र में राजद को अपना उम्मीदवार तय करना मुश्किल हो रहा है। लेशी सिंह यहाँ से 5 बार जीती हैं वहीं दिलीप कुमार यादव भी दमदार दावेदार हैं। इस बार तेजस्वी यादव के करीबी ई. बिनोद यादव भी मैदान में हैं।

प्रकाश वत्स, पूर्णिया। बिहार के तीन-तीन बार मुख्यमंत्री रहे स्व. भोला पासवान शास्त्री व भूतपूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीनारायण सुधांशु जैसी हस्तियों के प्रतिनिधित्व का सौभाग्य वाले धमदाहा विधानसभा क्षेत्र महागठबंधन के लिए लगभग अभेद्य किला बना हुआ है।
यह सीट राजद के हिस्से में है और इस बार भी लगभग राजद के कोटे में भी रहना भी तय है। राजद को मिल रही लगातार हार से पार्टी में इस बार दावेदारों की कतार लंबी हो गई है। बिहार सरकार की मंत्री लेशी सिंह हैट्रिक सहित कुल पांच जीत यहां से दर्ज कर चुकी है।
राजद नेता सह पूर्व विधायक दिलीप कुमार यादव इस क्षेत्र में अब तक तय प्रतिद्वंदी के रुप में मैदान में उतरते रहे हैं, लेकिन इस बार उनके दावों को चुनौती देने पार्टी के कई नेता सीना तान केवल खड़़े ही नहीं हैं, बल्कि क्षेत्र में लगातार सक्रिय भी है।
इन कतार में अभी तक जो नाम उभरकर सामने आ रहे हैं, उसमें पार्टी के धमदाहा विधानसभा क्षेत्र से राज्य मंत्रिपरिषद सदस्य सह पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के करीबी ई. बिनोद यादव का नाम भी शामिल हैं। वे लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान भी चला रहे हैं।
इसके अलावा पार्टी नेता निरंजन कुशवाहा व कैलाश कुशवाहा भी लगातार क्षेत्र में डटे हुए हैं और भावी प्रत्याशी के रुप में अपनी सक्रियता दिखाने का प्रयास करते रहे हैं। इन दावेदारों द्वारा लगातार आलाकमान के समक्ष अपना पक्ष भी रखा जाता रहा है।
अब तक कैसा रहा सफर
पार्टी के पूर्व विधायक दिलीप कुमार यादव इस सीट से पहली जीत सन 1995 में दर्ज की थी। सन 2000 में लेशी सिंह बतौर समता पार्टी उम्मीवार उन्हें मात दी।
पुन: 2005 के प्रथम चुनाव में वे विजयी रही, लेकिन बाद में अक्टूबर 2005 में हुए चुनाव में वे पिछड़ गई और दिलीप कुमार यादव विजयी रहे। सन 2010 में लेशी सिंह ने बाजी पलट दी और तब से लगातार वे क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही है।
सन 2015 को छोड़ मंत्री लेशी सिंह की हर जीत में निकटतम प्रतिद्वंदी दिलीप कुमार यादव ही रहे हैं। सन 2015 में जदयू-राजद के साथ रहने के कारण दिलीप कुमार यादव जाप प्रत्याशी के रुप में मैदान में उतरे थे और उन्हें तीसरा स्थान मिला था।
वर्ष 2020 के चुनाव में राजद ने उन्हें फिर मैदान में उतारा था और उक्त चुनाव में लेशी सिंह ने उन्हें लगभग 34 हजार मतों से मात दी थी। यद्यपि पूर्व विधायक दिलीप कुमार यादव इस बार भी पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने के प्रति आश्वस्त हैं और लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं।
चुनाव की तैयारी में वे युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं। इन तमाम स्थितियों के बीच यह तय है कि प्रत्याशी को लेकर राजद के लिए धमदाहा का पेंच सुलझाना आसान नहीं होगा।
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