हे राम! कितना बदल गया बिहार... यहां भाई ने ही भाई के MURDER की दी सुपारी... 2 लाख में हत्या का सौदा, 55 हजार एडवांस
Bihar News बिहार के पूर्णिया में बड़े भाई ने अपने छोटे भाई की हत्या की सुपारी दो लाख रुपये में दी। कसबा थाना क्षेत्र के खगजना पुल के समीप बीते दिन हत्या के प्रयास के मामले का उद्भेदन करते हुए एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में एक अररिया जिले का है। घटना में पांच अपराधियों के साथ प्रयुक्त बाइक व सात मोबाइल बरामद किए गए हैं।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। Bihar News कसबा थाना क्षेत्र में गत तीस जुलाई को एक ग्रामीण चिकित्सक के हत्या के प्रयास मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। ग्रामीण चिकित्सक पर गोली चलाने की वजह दो भाइयों के बीच पूर्व से चला आ रहा जमीन विवाद रहा है। ग्रामीण चिकित्सक पर उसके बड़े भाई ने ही गोली चलवाई थी। पुलिस ने घटना में शामिल पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तार बदमाशों में जलालगढ़ थाना के बोचगांव वार्ड छह निवासी मु. कैसर, अररिया के महलगांव के वार्ड 12 निवाजी मुन्ना उर्फ मुर्तेजा, अमौर के हक्का बड़ा ईदगाह वार्ड छह निवासी मु. मंसूर आलम और उसका बेटा आवेश एवं डगरुआ के हाटगाछी वार्ड 13 निवासी मु अरशद आलम शामिल है। घटना में शामिल छठा आरोपित फरार है।
एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि गत 30 जुलाई को कसबा थाना क्षेत्र के खगजना पुल के पास ग्रामीण चिकित्सक मु. जावेद अख्तर के साथ यह घटना घटी थी। उस समय वे अमौर थाना क्षेत्र स्थित अपने घर लौट रहे थे। उसी दौरान एक बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने हत्या की नियत से उसके गले में गोली मार दी थी, जिसमें वे गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर एसडीपीओ टू के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। गठित टीम में कसबा थाना अध्यक्ष और टेक्निकल टीम पुलिस पदाधिकारी और कर्मी शामिल थे।
गठित टीम ने अनुसंधान के क्रम में छापेमारी करते हुए घटना में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में यह बात सामने आयी कि फायरिंग में जख्मी जावेद अख्तर का अपने ही बड़े भाई मंसूर और भतीजे आवेश के अलावा रिश्ते में दामाद लगने वाले अरशद से जमीन को लेकर पूर्व से विवाद चल रहा है। इसी विवाद में उनके द्वारा जावेद अख्तर की हत्या की सुपारी दी गई थी। इसके लिए तीन बदमाशों को दो लाख रुपये की सुपारी दी गई थी।
इस एवज में बदमाशों को 55 हजार रुपये अग्रिम भी दिए गए थे। एसपी ने बताया कि घटना को मुन्ना और कैसर नाम के बदमाश ने गिरोह में शामिल एक अन्य सदस्य की मदद से अंजाम दिया था। मुन्ना ने जावेद अख्तर पर गोली चलाई थी। घटना में शामिल इन दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरा बदमाश फरार है। घटना में इस्तेमाल की गई हथियार उसी के पास है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
उन्होंने बताया कि मो कैसर पहले भी लूट मामले में जेल जा चुका है, जबकि मुन्ना के विरुद्ध डगरूआ, अमौर और महलगांव थाना में तीन मामले दर्ज हैं। इन तीनों मामले में वह वांटेड है। पुलिस ने घटनास्थल से एक जिंदा कारतूस व एक खोखा बरामद किया था, जबकि बदमाशों की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई एक ग्लैमर बाइक और सात मोबाइल बरामद किया है। उन्होंने बताया कि वारदात में शामिल सभी मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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